अपडेटेड 29 November 2025 at 18:22 IST
हल्द्वानी से जुड़े दिल्ली आतंकी हमले के तार, NIA ने बिलाली मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद आसिम समेत दो को उठाया
10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास हुए आतंकी हमले का तार उत्तराखंड के हल्द्वानी से जुड़ गए हैं। नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में बिलाली मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद आसिम सहित दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है।
- भारत
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Delhi Car Blast Update : दिल्ली में लाल किले के पास 10 नवंबर को हुए कार बम धमाके के तार उत्तराखंड से जुड़ने लगे हैं। हल्द्वानी शहर के बनभूलपुरा इलाके से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA), दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम और उत्तराखंड STF ने मिलकर एक छापेमारी की, इस कार्रवाई में बिलाली मस्जिद के इमाम मौलाना मोहम्मद आसिम को पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया है। एजेंसियों का मानना है कि यह गिरफ्तारी दिल्ली ब्लास्ट के मुख्य आरोपी उमर के फोन रिकॉर्ड्स से जुड़े नेटवर्क का हिस्सा है।
इमाम मौलाना मोहम्मद आसिम चार सालों से इस मस्जिद में नमाज पढ़ाने और स्थानीय बच्चों को उर्दू भाषा सिखाने का काम कर रहा था, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले के दड़ियाल गांव का रहने वाला है। NIA और दिल्ली पुलिस उन्हें पूछताछ के लिए दिल्ली लेकर गई है। जहां उसके संभावित आतंकी नेटवर्क और दिल्ली ब्लास्ट से जुड़े लिंक की पड़ताल की जाएगी।
इस कार्रवाई के दौरान एक अन्य संदिग्ध को भी गिरफ्तार किया गया, जिसका नाम अभी गोपनीय रखा गया है। एजेंसियां मान रही हैं कि ये गिरफ्तारियां दिल्ली ब्लास्ट के पीछे सक्रिय बड़े आतंकी गिरोह के तार जोड़ सकती हैं। हालांकि, NIA या अन्य एजेंसियों ने अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, जिससे स्थानीय स्तर पर अटकलें तेज हो गई हैं। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि यह रूटीन जांच का हिस्सा है, लेकिन पूछताछ के बाद ही पूरी सच्चाई सामने आएगी।
इलाके में कड़ी हई सुरक्षा
इस कार्रवाई के बाद हल्द्वानी प्रशासन ने अलर्ट मोड पर आते हुए बनभूलपुरा सहित शहर के अन्य संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया। बिलाली मस्जिद के परिसर और मौलाना के आवास के आसपास भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। शहर के प्रमुख चौराहों, बाजारों और धार्मिक स्थलों पर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है। स्थानीय निवासियों से अपील की गई है कि वे किसी भी असामान्य गतिविधि पर तुरंत सूचना दें, ताकि शांति और सुरक्षा बनी रहे।
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15 लोगों की हुई थी मौत
10 नवंबर को दिल्ली में लाल किले के पास एक i20 कार में विस्फोट हो गया था, जिसमें 15 लोगों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हुए। आत्मघाती हमलावर डॉ. उमर उन-नबी, जो अल-फलाह यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर था, उसने खुद को उड़ा लिया था। NIA की जांच से पता चला है कि यह मॉड्यूल शिक्षित पेशेवरों से जुड़ा था, जिसमें सरकारी डॉक्टर, यूनिवर्सिटी फैकल्टी और अन्य शामिल थे। जिनमें डॉ. आदिल अहमद, डॉ. शाहीन सईद और डॉ. मुजम्मिल शकील जैसे नाम प्रमुख हैं।
इस मामले में गिरफ्तार सालों आतंकियों NIA ने शनिवार को दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया था। जहां से आतंकी डॉक्टर मुजम्मिल, डॉ शाहीन सईद, मुफ्ती इरफान अहमद ,आदिल अहमद की 10 दिन की NIA रिमांड बढ़ाई दी गई है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 29 November 2025 at 17:54 IST