अपडेटेड 6 June 2025 at 12:12 IST
Curd Health Benefits: भारतीय खाने की थाली में अगर दही न हो, तो स्वाद और पोषण दोनों अधूरे लगते हैं। चाहे रायता हो, लस्सी, कढ़ी या प्लेन दही हर रूप में यह लोगों की पसंदीदा चीजों में शामिल है। प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन B12 और प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही शरीर को ठंडक देता है और पाचन तंत्र के लिए लाभकारी है। लेकिन, कुछ हालातों में यही दही नुकसान भी पहुंचा सकता है। यहां हम आपको बता रहे हैं दही खाने का सही तरीका, समय, फायदे और जरूरी सावधानियां
दही की तासीर ठंडी होती है। इसलिए रात में इसका सेवन करने से बचना चाहिए, खासतौर पर अगर आपको सर्दी-जुकाम, कफ या भारीपन की समस्या रहती है। अगर रात में दही खाना ही है, तो उसमें हल्दी या काली मिर्च मिलाकर खाएं।
ज्यादा देर तक रखा हुआ या बहुत खट्टा दही पेट की समस्याएं बढ़ा सकता है। इससे गैस, एसिडिटी और अपच की दिक्कत हो सकती है। इसलिए हमेशा ताजा दही खाने की कोशिश ही करनी चाहिए। स्वाद अनुसार उसमें काला नमक, भुना जीरा या थोड़ा गुड़ भी मिला सकते हैं।
खाली पेट दही खाना कुछ लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इससे एसिडिटी या पेट में जलन हो सकती है। बेहतर ऑपशन है कि भोजन के साथ या बाद में दही का सेवन करें।
गर्मियों और मानसून में दही फायदेमंद होती है, शरीर को ठंडक और ऊर्जा देती है। वहीं, सर्दियों में कम मात्रा में दही खाएं। अगर खाना ही है तो गर्म भोजन के साथ खाएं।
दही भारतीय भोजन संस्कृति का अहम हिस्सा है, लेकिन इसे कब, कैसे और कितना खाएं, ये जानना बेहद जरूरी है। सही समय और सही मात्रा में दही का सेवन करने से शरीर को कई फायदे मिल सकते हैं। वहीं लापरवाही से इसका सेवन नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप मौसम, समय और अपनी सेहत के अनुसार दही को अपने भोजन में शामिल करें।
(यह खबर सामान्य जानकारी और अलग अलग स्रोतों पर आधारित है। किसी भी डाइट या हेल्थ सलाह को अमल में लाने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।)
पब्लिश्ड 6 June 2025 at 12:12 IST