अपडेटेड 21 April 2025 at 07:15 IST

संकट: रामबन में तबाही की बारिश जारी... बादल फटने के बाद स्कूल, ऑफिस, हाईवे सब बंद, सेना पहुंचा रही दवाइयां और भोजन

जम्मू-कश्मीर में लगातार खराब मौसम और रामबन में बादल फटने के बाद हालात गंभीर हो गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर घाटी के सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया।

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Ramban Cloud Burst
बादल फटने से तबाही | Image: ANI

Ramban Cloud Burst: जम्मू-कश्मीर में लगातार खराब मौसम और रामबन में बादल फटने के बाद हालात गंभीर हो गए हैं। सुरक्षा के मद्देनजर घाटी के सभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया गया, राज्य की उच्च शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने एक्स पर पोस्ट कर इस बारे में बताया है। वहीं, रामबन में बारिश और बाढ़ से तबाही मची हुई है। तीन लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गई, जबकि 100 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू कर बचाया गया है। 

कश्मीर प्रकृति के प्रकोप से जूझ रहा है। रविवार (21 अप्रैल) तड़के रामबन के सेरी बागना इलाके में बादल फटने से बाढ़ और भूस्खलन जैसी स्थितियां बन गईं। कई घर और वाहन मलबे में दब गए। राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाया गया।

मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने त्रासदी पर जताया दुख 

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस त्रासदी पर गहरा दुख जताते हुए कहा कि प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है और प्रभावितों को हर संभव मदद दी जा रही है। लगातार हो रही बारिश के चलते जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को नाशरी और बनिहाल के बीच कई जगहों पर भूस्खलन के कारण बंद कर दिया गया है। सैकड़ों वाहन रास्ते में फंसे हुए हैं।

वहीं प्राकृतिक आपदा की स्थिति को देखते हुए उच्च शिक्षा मंत्री सकीना इटू ने पोस्ट में लिखा कि 21 अप्रैल को घाटी के सभी स्कूलों को एहतियातन बंद रखने का फैसला लिया गया है। यह कदम छात्रों की सुरक्षा और भलाई को ध्यान में रखकर उठाया गया है।

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सेना ने बाढ़ प्रभावित लोगों को दवाई और भोजन दिया

भारतीय सेना रामबन बाढ़ से प्रभावित लोगों को भोजन, दवाइयां और अन्य मदद पहुंचा रही है। भूस्‍खलन और पहाड़ों से बहकर आ रहे कीचड़ के चलते नेशनल हाइवे कई जगहों पर बंद कर दिए गए है। NH 44  रामबन को जम्‍मू कश्‍मीर से जोड़ता है और इसे जिले की लाइफ लाइन मानी जाती है। यातायात ठप होने के चलते रेस्‍क्‍यू में भी दिक्कत आ रही है। कई घरों में पानी घुस चुका है। बच्चों, बुज़ुर्गों और बीमार लोगों के लिए स्थिति और भी चिंताजनक है। इसके अलावा किश्तवाड़ के पाथरनेकी-पाढर रोड पर शनिवार से लगातार भूस्खलन हो रहा है। आपात स्थिति को देखते हुए आसपास के 20 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया है। आज का मौसम शनिवार से ज्यादा भयावह बन चुका है।

मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग के मुताबिक कश्मीर और बनिहाल के आसपास के क्षेत्रों में पिछले 24 घंटों में भारी बारिश हुई है। काजीगुंड, कोकरनाग, पहलगाम और गुलमर्ग जैसे इलाकों में भारी बारिश दर्ज की गई। फिलहाल प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 21 April 2025 at 07:15 IST