अपडेटेड 17 June 2025 at 16:28 IST
युवराज सिंह और सुरेश रैना की बढ़ी मुश्किलें... ऑनलाइन बेटिंग मामले में ED ने की पूछताछ; रडार पर दोनों पूर्व क्रिकेटर
ED ने इस मामले में विशाल भारद्वाज उर्फ़ बादल भारद्वाज और सोनू कुमार ठाकुर नाम के दो आरोपियों को प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत गिरफ्तार किया है। दोनों को कोलकाता की एक विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें 10 दिन की ED कस्टडी में भेज दिया गया।
- भारत
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ऑनलाइन बेटिंग से जुड़े एक हाई-प्रोफाइल मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भारत की कई मशहूर हस्तियों से पूछताछ की है। सूत्रों के अनुसार, ED ने पूर्व क्रिकेट स्टार्स युवराज सिंह, हरभजन सिंह और सुरेश रैना से पूछताछ की है। इसके अलावा बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद और अभिनेत्री उर्वशी रौतेला से भी इस मामले में सवाल-जवाब किए गए हैं। यह कार्रवाई उन प्लेटफॉर्म्स के प्रचार को लेकर की जा रही है, जिन्हें भारत में प्रतिबंधित किया गया है। इनमें 'वन बेट' (1xBet), 'फेयर प्ले', और 'महादेव ऑनलाइन बेटिंग' जैसे ऑनलाइन सट्टा प्लेटफॉर्म शामिल हैं। ED यह जानने की कोशिश कर रही है कि आखिर इन बैन किए गए प्लेटफॉर्म्स का प्रचार-प्रसार क्यों किया गया और इसके पीछे क्या मंशा थी।
इस सिलसिले में ED का फोकस यह समझने पर है कि क्या इन मशहूर चेहरों की भागीदारी सिर्फ प्रचार तक सीमित थी या फिर इसके पीछे कोई आर्थिक लेनदेन भी शामिल था। जांच अभी जारी है और आने वाले दिनों में और भी हस्तियों से पूछताछ हो सकती है। हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत एक बड़े ऑनलाइन सट्टेबाज़ी और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट का पर्दाफाश किया है। यह कार्रवाई कोलकाता से शुरू हुई, लेकिन इसकी पहुंच देश के कई राज्यों तक फैली हुई थी। ED ने इस रैकेट से जुड़े सुरागों के आधार पर पश्चिम बंगाल, दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश और असम में फैले कई ठिकानों पर एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाया।
ED ने जब्त किए कई उपकरण और डॉक्यूमेंट्स
जांच एजेंसी ने इस छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और संदिग्ध दस्तावेज जब्त किए हैं, जिनके जरिए इस रैकेट के नेटवर्क, लेनदेन और कनेक्शन को खंगाला जा रहा है। ED का मानना है कि यह नेटवर्क बड़े पैमाने पर काले धन को सफेद करने का काम कर रहा था और इसके तार देश के बाहर से भी जुड़े हो सकते हैं। जांच अभी भी जारी है और इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।
ऑनलाइन सट्टेबाज़ी और मनी लॉन्ड्रिंग के खिलाफ चलाए गए हालिया अभियान के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 766 म्यूल बैंक अकाउंट्स और 17 डेबिट व क्रेडिट कार्ड्स को फ्रीज़ कर दिया है। ये सभी खाते और कार्ड्स ग़ैर-कानूनी सट्टेबाज़ी और जुए से जुड़े पैसों के लेन-देन में इस्तेमाल किए जा रहे थे।
अप्रैल में महादेव बेटिंग ऐप पर ED ने की थी बड़ी कार्रवाई
अप्रैल में महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस में ED ने की बड़ी कार्रवाई, 573 करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज अप्रैल 2025 में महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने एक बड़े अभियान का संचालन किया था। इस कार्रवाई के तहत ED ने विभिन्न राज्यों में कई ठिकानों पर छापेमारी की थी। 16 अप्रैल 2025 को दिल्ली, मुंबई, इंदौर, अहमदाबाद, चंडीगढ़, चेन्नई और संबलपुर (ओडिशा) में चलाए गए इस ऑपरेशन के दौरान ED ने 573 करोड़ रुपये की संपत्ति को मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (Prevention of Money Laundering Act - PMLA) के तहत फ्रीज कर दिया था। यह कार्रवाई महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़े बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन और धन शोधन के आरोपों को लेकर की गई थी। ED ने इस मामले में ठोस सबूत जुटाकर व्यापक जांच जारी रखी है।
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महादेव ऑनलाइन बेटिंग ऐप मामले में ED ने 3.29 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे
ED ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में 3.29 करोड़ रुपये नकद और 573 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त की। महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप केस की जांच के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बड़ी कार्रवाई की है। तलाशी अभियान के दौरान ED ने 3.29 करोड़ रुपये नकद जब्त किए थे। इसके अलावा, ED ने 573 करोड़ रुपये से अधिक की सिक्योरिटीज, बॉन्ड्स और डिमैट खातों को फ्रीज कर दिया है। इस कार्रवाई के साथ ही बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज़ और इलेक्ट्रॉनिक सबूत भी बरामद किए गए हैं, जो इस ऑनलाइन सट्टेबाजी और मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट की गहरी पड़ताल में अहम साबित होंगे। ED का मानना है कि ये सबूत इस अवैध नेटवर्क के वित्तीय लेन-देन और संचालन के तरीके को समझने में मदद करेंगे। जांच अब भी जारी है।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 17 June 2025 at 16:28 IST