अपडेटेड 15 March 2025 at 17:42 IST

हनीट्रैप में कैसे फंस गया आगरा ऑर्डिनेंस फैक्टरी का 'बाबू'? ISI हैंडलर नेहा के प्यार में हुआ दीवाना, खुफिया जानकारी दी फिर...

Pakistan को खुफिया जानकारी देने वाले शख्स रविंद्र कुमार को UP ATS ने आगरा से गिरफ्तार किया। रविंद्र कुमार फिरोजाबाद की आर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करता था।

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हनीट्रैप में कैसे फंस गया आगरा ऑर्डिनेंस फैक्टरी का 'बाबू'? ISI हैंडलर नेहा के प्यार में हुआ दीवाना, खुफिया जानकारी दी फिर... | Image: Meta - AI

Ordinance Factory Chargeman Ravindra Trap Honey Trap in ISI Agent :  उत्तर प्रदेश के आगरा जिले से यूपी एटीएस (UP ATS) ने एक रविंद्र कुमार (Ravindra Kumar) नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। इस शख्स पर आरोप है कि वो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) के लिए खुफिया जानकारी अपने देश से पाकिस्तान (Pakistan) को भेजता है। इस शख्स को पाकिस्तानी जासूसों ने सोशल मीडिया के जरिए हनी ट्रैप में फंसाकर अपने ही देश से गद्दारी करने पर मजबूर कर दिया। गिरफ्तार किया गया शख्स रविंद्र कुमार आगरा के फिरोजाबाद में एक ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में काम करता था। यूपी एटीएस ने रविंद्र कुमार पर आरोप लगाए हैं कि वो लंबे समय से पाकिस्तान के लिए भारत के खिलाफ जासूसी कर रहा था और देश की खुफिया जानकारी पाकिस्तानी एजेंटों को साझा किया करता था।


गिरफ्तार किया गया शख्स रविंद्र कुमार फिरोजाबाद के हजरतपुर की आर्डिनेंस फैक्ट्री में चार्जमैन के पद पर काम करता था। रविंद्र पर यूपी एटीएस काफी समय से निगरानी कर रही थी जिसके दौरान ये पता चला कि वो काफी समय से पाकिस्तान को देश की खुफिया जानकारी साझा कर रहा था। यूपी एटीएस को रविंद्र कुमार के पाकिस्तानी जासूस होने के कई पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं। रविंद्र कुमार मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले का निवासी है और आगरा के सदर थाना क्षेत्र में बुंदु कटरा में रहता था, यूपी एटीएस ने रविंद्र को आगरा से गिरफ्तार किया है।


पत्नी का दावा हनी ट्रैप में फंसाया गया है पति को, वो सीधे-सादे शख्स

वहीं रविंद्र की गिरफ्तारी के बाद उनकी पत्नी ने दावा किया है कि वो बहुत सीधे-साधे शख्स हैं। उन्हें हनीट्रैप में फंसाया गया है। उनका फोन चेक करने के नाम पर एटीएस उन्हें पकड़कर अपने साथ ले गई है। साथ ही रविंद्र की पत्नी ने ये भी कहा है कि उन्होंने कोई भी दस्तावेज नहीं शेयर किया है। उनकी पत्नी ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपने पति के बारे में बताया कि वो एक सीधे-साधे इंसान हैं एटीएस उनके फोन को चेक करने का नाम लेकर उन्हें लेकर गई है। वहीं पुलिस के मुताबिक रविंद्र कुमार आईएसआई के फैलाए गए हनी ट्रैप के शिकंजे में आ गए और देश से गद्दारी कर बैठे।


कैसे हनीट्रैप में फंसे रविंद्र कुमार?

यूपी एटीएस द्वारा आगरा से गिरफ्तार किया गया शख्स रविंद्र कुमार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के हनी ट्रैप में उनकी महिला एजेंट से फंस गया था। सबसे पहले नेहा शर्मा नाम की फेसबुक आईडी से पहले रविंद्र कुमार को रिक्वेस्ट भेजी गई। इस रिक्वेस्ट को रविंद्र कुमार ने एक्सेप्ट कर ली और दोनों के बीच फेसबुक के मैसेंजर एप के जरिए चैटिंग होने लगी। इस दौरान दोनों ने मोबाइल नंबर का आदान-प्रदान किया। शुरुआत में नेहा ने खुद को इसरो से जुड़ा बताया था। इसके बाद दोनों के बीच की बातचीत प्यार-मोहब्बत तक जा पहुंची।

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चैटिंग के साथ होती थी वीडियो कॉलिंग भी, रिकॉर्ड्स में मिले सबूत

रविंद्र और नेहा सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के इतने करीब आ चुके थे कि देर रात तक उनकी चैटिंग खत्म ही नहीं होती थी। इतना ही नहीं रिकॉर्ड्स में ये बातें भी सामने आई हैं कि ये दोनों वीडियो कॉल पर भी बातचीत करते थे। जब नेहा ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के इस बाबू को पूरी तरह से अपनी मोहब्बत के जाल में फांस लिया तब उसने उससे फिरोजबाद ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के कही अहम दस्तावेजों के बारे में कुछ गोपनीय जानकारी मांगने लगी। इतना ही नहीं नेहा ने रविंद्र को इस दौरान पैसों का लालच भी दिया था और उससे गगयान से जुड़ी जानकारी भी हासिल करने लगी थी। वहीं नेहा के हुस्न के जाल में रविंद्र ऐसा फंसा कि वो ISI एजेंट नेहा के इशारों पर नाचने लगा और बिना पुख्ता जांच के ही वो नेहा को गोपनीय दस्तावेज भी भेजने लगा। यूपी एटीएस को रविंद्र के मोबाइल से ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की जरूरी डेली रिपोर्ट मिली हैं। इस रिपोर्ट में ड्रोन, गगनयान प्रोजेक्ट और अन्य कई गोपनीय जानकारी सहित स्क्रीनिंग कमेटी का कॉन्फिडेंशियल लेटर भी बरामद हुआ।


नेहा की आईडी को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था

यूपी एटीएस की एडीजी नीलाब्जा चौधरी ने मीडिया से बातचीत में बताया कि नेहा शर्मा नाम की आईडी को पाकिस्तान से ऑपरेट किया जा रहा था। रविंद्र कुमार ने गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। रवींद्र ने बताया कि जून-जुलाई 2024 के बीच नेहा शर्मा नाम से उसे फेसबुक पर फ्रैंड रिक्वेस्ट आई जिसे उसने एक्सेप्ट की और धीरे-धीरे दोनों में प्यार मोहब्बत की बातें होने लगी और मोबाइल नंबर भी दोनों ने एक दूसरे बदल लिए। जब नेहा को पूरा भरोसा हो गया कि रविंद्र अब पूरी तरह से उसकी मोहब्बत के जाल में फंस चुका है तब उसने बताया कि वो भारत के विदेश और रक्षा मंत्रालय की जरूरी और गोपनीय सूचनाओं के दस्तावेज पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई को साझा करती है जिसके लिए उसे मोटे पैसे मिलते हैं। अगर रविंद्र भी इस काम में नेहा की मदद करेगा तो उसे भी इसके बदले अच्छा पैसा मिलेगा।

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Published By : Ravindra Singh

पब्लिश्ड 15 March 2025 at 17:42 IST