पब्लिश्ड 11:00 IST, November 26th 2024
Sambhal Violence: तुर्क बड़ा या पठान महान...MP-MLA के इसी वर्चस्व ने संभल में बिछा दीं 4 लाशें;खुलासा
सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसके अनुसार तुर्क और पठान समुदायों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने 4 जिंदगियों को निगल लिया।
Sambhal Violence: यूपी के संभल में हुई हिंसा के पीछे एक सुनियोजित साजिश का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सूत्रों के हवाले से बड़ी जानकारी सामने आई है, जिसके अनुसार तुर्क और पठान समुदायों के बीच वर्चस्व की लड़ाई ने 4 जिंदगियों को निगल लिया। तुर्क सांसद के समर्थकों की गोली से पठान विधायक इकबाल महमूद अंसारी के समर्थक मारे गए, जबकि पठान समर्थकों की गोली से तुर्क समुदाय के 2 सदस्य भी हिंसा का शिकार हुए।
पुलिस द्वारा की गई जांच में यह पुष्टि हुई है कि पुलिस की गोली से कोई हताहत नहीं हुआ। इस खूनी संघर्ष के पीछे देसी बनाम विदेशी और तुर्क बनाम पठान की लड़ाई मुख्य कारण बताई जा रही है। खबरों के मुताबिक इस हिंसा के दौरान विधायक और सांसद के समर्थकों के बीच होड़ चल रही थी। जिसमें एक दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश की गई।
वर्चस्व की जंग ने बिछा दीं 4 लाशें
यूपी के संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई। दर्जन भर से ज्यादा पुलिसवाले घायल हो गए। कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हालात ऐसे हो गए कि शहर में इंटरनेट के साथ-साथ स्कूल और कॉलेज बंद रखने का आदेश देना पड़ा। फिलहाल, इलाके में भारी पुलिस तैनात है। पुलिस उपद्रवियों की धरपकड़ में जुटी हुई है। इस बीच संभल हिंसा मामले में दर्ज की गई पुलिस की FIR से सनसनीखेज खुलासा हुआ है।
तुर्क और पठान की वर्चस्व की लड़ाई
तुर्क और पठान बिरादरी के नेताओं के बीच चल रही वर्चस्व की जंग में भी संभल बवाल के कारण तलाशे जा रहे हैं। पुलिस ने भी दावा भी किया है कि दो बड़े नेताओं के भड़काने पर ही बवाल हुआ है। केस में दोनों को नामजद भी किया गया है। संभल में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क और सपा विधायक इकबाल महबूब के परिवारों के बीच लंबे समय से राजनीतिक वर्चस्व की जंग है। वहीं FIR की कॉपी भी सामने आई है जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं।
FIR कॉपी में सन्न कर देने वाले खुलासे
FIR के अनुसार, संभल के नखासा चौक पर 150-200 लोगों की भीड़ ने दोपहर 12:35 पर CCTV सबसे पहले कैमरों को तोड़ा। फिर भीड़ ने हॉकी, डंडों और पत्थरों से पुलिस पर जान से मारने की नीयत से हमला करना शुरू कर दिया। भीड़ में शामिल गुलबदीन, सुल्तान, हसन, मुन्ना पुत्र जब्बार, फैजान, समद आदि के साथ सैकड़ों की संख्या में अज्ञात भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर जान लेने की नीयत से हमला किया, फिर उनकी गाड़ी में आग लगा दी। उक्त भीड़ ने पुलिस की सरकारी पिस्टल छीनने की कोशिश की, जब कामयाब नहीं हुई तो एक पुलिस वाले की पिस्टल की मैगजीन यानि 10 राउंड कारतूस छीन कर फरार हो गए। इस इलाके में हुए हमले में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए।
(Note: यह एक ब्रेकिंग स्टोरी है। अधिक जानकारी के साथ अपडेट हो रही है)
अपडेटेड 11:39 IST, November 26th 2024