अपडेटेड 2 July 2025 at 21:18 IST
भारत की नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) ने एक ऐतिहासिक अभियान में अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश किया है। इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन मेड मैक्स (Operation Med Max)’ नाम दिया गया है, जो 4 महाद्वीपों और 10 से अधिक देशों में फैले एक हाई-टेक ड्रग नेटवर्क को ध्वस्त करने की बड़ी कार्रवाई है।
इस कार्रवाई में अब तक 8 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और 5 बड़ी खेप जब्त की गई हैं। गिरोह अत्याधुनिक तकनीकों जैसे क्रिप्टो करेंसी, टेलीग्राम चैट्स, और अनाम डिलीवरी शिपर्स के ज़रिए अवैध दवाओं की तस्करी कर रहा था। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत सहित कई देशों की एजेंसियों के सहयोग से यह कामयाबी मिली है।
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा कि, “यह ऑपरेशन एजेंसियों के बेहतरीन समन्वय का उदाहरण है। मोदी सरकार युवाओं को नशे से बचाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।”
भारत में दिल्ली, जयपुर और उडुपी से गिरफ्तारियां हुई हैं, जबकि अमेरिका के अलबामा से मुख्य ‘रिशिपर’ जोएल हॉल को पकड़ा गया है। एक गुप्त फैक्ट्री ऑस्ट्रेलिया में भी उजागर की गई है। गिरोह बी2बी पोर्टल्स के ज़रिए दवाओं की बिक्री करता था और हवाला चैनलों व क्रिप्टो ट्रांजैक्शन से लेन-देन करता था।
NCB ने इस कार्रवाई से भारत को वैश्विक मंच पर नशीली दवाओं के खिलाफ लड़ाई में एक नेतृत्वकर्ता के रूप में स्थापित किया है। यह ऑपरेशन न सिर्फ युवाओं की सुरक्षा बल्कि भारत की डिजिटल और सीमा सुरक्षा रणनीति में एक मील का पत्थर है।
पब्लिश्ड 2 July 2025 at 21:18 IST