अपडेटेड 11 June 2025 at 12:47 IST
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के युवा कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या से पूरा देश स्तब्ध है। एक शांत हनीमून ट्रिप की आड़ में की गई यह बेरहम साजिश अब एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासों के साथ सामने आ रही है। जहां एक ओर शिलॉन्ग पुलिस राजा के हत्यारों को हिरासत में लेकर कानूनी प्रक्रिया आगे बढ़ा रही है, वहीं दूसरी ओर इस केस में एक अद्भुत मोड़ तब आया जब राजा के पिता अशोक रघुवंशी ने मीडिया के सामने एक अंधविश्वास से जुड़ा दावा किया। राजा के पिता ने इस हत्याकांड में सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा, 'मंगल दोष मिटाने के लिए मारा गया मेरा बेटा'उन्होंने आगे कहा, 'मेरी बहू सोनम ने जानबूझकर मेरे बेटे की हत्या करवाई। उसका मकसद था अपनी कुंडली का मंगल दोष मिटाना। राजा का मरना उसी के लिए जरूरी था।' राजा के पिता का दावा है कि शादी से पहले सोनम की कुंडली में मांगलिक दोष था। परंपराओं के अनुसार, ऐसे मामलों में जीवनसाथी की मौत से पहले दोष शांत नहीं होता। वह राजा को ‘उपाय’ के रूप में देखती थी, न कि एक इंसान के रूप में।
राजा रघुवंशी अपने विवाह के कुछ ही दिन बाद पत्नी के साथ हनीमून मनाने मेघालय गया था। यह एक नई शुरुआत होनी थी खुशियों और उम्मीदों से भरा एक नया जीवन। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। कुछ दिनों बाद जब उसका शव ताबूत में बंद होकर घर लौटा, तो पूरे परिवार पर कहर टूट पड़ा। राजा के पिता अशोक रघुवंशी अपने आंसू रोक नहीं पाए। भर्राई आवाज़ में उन्होंने कहा, 'मेरा बेटा हनीमून मनाने गया था, लेकिन घर लौटा ताबूत में।' उन्होंने बताया कि राजा की हत्या बेहद क्रूरता से की गई थी। उन्होंने कहा, 'जघन्य तरीके से हत्या के कारण मेरे बेटे का पार्थिव शरीर क्षत-विक्षत था, मैं दिल का मरीज हूं। इसलिए मेरी तबीयत बिगड़ न जाए, इस डर से परिवारवालों ने मुझे ताबूत खोलकर अपने बेटे के अंतिम दर्शन भी नहीं करने दिए।' एक पिता के लिए यह केवल बेटे की मृत्यु नहीं, बल्कि उसे आख़िरी बार देखने का अधिकार छिन जाने जैसा था। एक असहाय पिता, जिसकी आंखों में अब केवल तस्वीरें ही शेष हैं। अपने बेटे की आख़िरी झलक भी नसीब नहीं हुई।
11 मई 2025, एक तारीख जो इंदौर के कारोबारी परिवार के लिए खुशी का प्रतीक थी। 29 वर्षीय राजा रघुवंशी ने पूरे रीति-रिवाज़ों के साथ सोनम रघुवंशी से विवाह किया। रिश्तेदारों, दोस्तों और समाज के आशीर्वाद के बीच। उस वक्त किसी ने सोचा भी नहीं था कि ये शादी महज 12 दिनों में खून से लाल हो जाएगी। शादी के महज 12 दिन बाद हुआ राजा का कत्ल उसका हनीमून ही उसके जीवन का आखिरी सफर बन गया। 23 मई, मेघालय के जंगलों से एक दिल दहला देने वाली खबर आई। राजा रघुवंशी की निर्मम हत्या कर दी गई है। वह अपनी पत्नी सोनम के साथ हनीमून मनाने शिलॉन्ग गया था, लेकिन यह सफर उसका अंतिम पड़ाव बन गया। इस केस का सच सामने आना तय है। लेकिन राजा को न्याय मिलने तक यह कहानी देश की चेतावनी बनी रहेगी। कभी-कभी प्यार के वादों में भी मौत छिपी होती है।
मेघालय की वादियों में जब राजा रघुवंशी अपनी नई दुल्हन के साथ हनीमून मनाने पहुंचा था, तो वह शायद सोच भी नहीं सकता था कि वह प्यार की जगह मौत के घेरे में जा रहा है। अब मेघालय पुलिस के हवाले से इस सुनियोजित हत्या की पटकथा साफ़ हो चुकी है जो ना केवल क्रूर थी, बल्कि डिजिटल कैमरों की निगाहों में भी कैद हो गई। जंगल में राजा की हत्या में सबसे पहला वार विक्की ने किया था। पुलिस ने बताया कि राज कुशवाहा के निर्देश पर तीन आरोपी आकाश राजपूत, विशाल चौहान, और आनंद कुर्मी पहले से मेघालय पहुंच गए थे। 23 मई को जब राजा सोनम के साथ बाहर निकला, वे पहले से घात लगाए बैठे थे। योजना के अनुसार, तीनों ने मिलकर राजा को पकड़ा और काबू में किया। इसके बाद विशाल उर्फ विक्की ठाकुर ने धारदार हथियार से राजा के सिर पर दो वार किए जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। सभी आरोपी जंगल में शव को खाई में फेंककर फरार हो गए। लेकिन उनकी हरकतें एक सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो गईं, जिसने पुलिस को उनकी पहचान और ट्रेसिंग में निर्णायक मदद दी। राजा की हत्या के फौरन बाद सोनम शांति से ऐसे इंदौर लौट आई जैसे कि कुछ हुआ ही न हो वहां उसने अपने प्रेमी राज कुशवाहा से संपर्क किया। इसके बाद वो उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में पहुंची और नंदगंज इलाके के एक ढाबे से गिरफ्तार की गई।
पब्लिश्ड 11 June 2025 at 12:47 IST