अपडेटेड 1 August 2024 at 18:33 IST
BREAKING: NCP शरद गुट के नेता जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर हमला, विवादित बयान से कुछ लोग थे नाराज
अभी कुछ ही दिन पहले जितेंद्र अव्हाण ने एक निजी चैनल से बातचीत करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति शंभाजी राजे के खिलाफ विवादित बयान दिया था।
- भारत
- 3 min read
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) शरद पवार गुट (Sharad Pawar Gut) के नेता जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Avhan) की गाड़ी पर स्वराज संगठन के कार्यकर्ताओं (Swaraj Sangthan Worker) ने गुरुवार (1 अगस्त) को अचानक से हमला कर दिया। इस हमले का वीडियो (Attack Video) भी सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल (Viral) हो रहा है। इस हमले के पीछे स्वराज संगठन के कार्यकर्ताओं का हाथ है। अभी कुछ ही दिन पहले जितेंद्र अव्हाण (Jitendra Avhan) ने एक निजी चैनल (Private Channel) से बातचीत करते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज (Chatrapati Shiva Ji Maharaj) के वंशज छत्रपति शंभाजी राजे (Chatrapati Shambha ji Raje) के खिलाफ विवादित बयान दिया था।
अभी हाल के दिनों में जितेंद्र आव्हाड (Jitendra Avhan) ने एक निजी चैनल (Private Channel) से बातचीत में शिवाजी महाराज के वंशज छत्रपति संभाजी राजे (Chatrapati Shambhaji Raje) के खिलाफ विवादित बयान (Controversial Statement) दिया था। इसी बयान की वजह से स्वराज संगठन के कार्यकर्ता जितेंद्र अव्हाण से नाराज चल रहे थे। कार्यकर्ताओं ने सिर्फ शंभाजी राजे के खिलाफ बयानबाजी के विरोध में स्वराज संगठन के तीन कार्यकर्ताओं ने आव्हाड की गाड़ी पर अचानक से हमला बोल दिया। इन तीनों हमलावरों के हाथों में लाठी और डंडे थे।
हमले का वीडियो आया सामने
गुरुवार को हुए जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर हमले का वीडियो भी सामने आया है। इस वीडियो में हम साफ तौर पर देख सकते हैं कि कैसे तीन युवक अचानक से जितेंद्र आव्हाड की गाड़ी पर लाठी-डंडे से हमला कर देते हैं। हालांकि जहां से हमलवार आव्हाण की गाड़ी पर हमला कर रहे हैं वहीं उसके पीछे से पुलिस की गाड़ी भी लगी है। पुलिस की कार्रवाई से निडर ये तीनों लोग गाड़ी के शीशे पर डंडे से वार कर रहे हैं। इस बीच गाड़ी का ड्राइवर जैसे ही गाड़ी पर हमला होता देखता है वो तुरंत से गाड़ी को तेजी से वहां से भगाकर ले जाता है।
इसके पहले अजित पवार ने दिया था शंभाजी के खिलाफ बयान
ये कोई पहला मौका नहीं है जब कोई एनसीपी नेता शंभाजी के खिलाफ बयान दिया हो। इसके पहले जनवरी 2023 में जब महाराष्ट्र का विधानसभा सत्र चल रहा था, तब शीत सत्र के आखिरी दिन महाराष्ट्र के विपक्षी नेता अजित पवार ने संभाजी महाराज पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि वो (शंभाजी महाराज) अपने पिता द्वारा स्थापित किए गए हिंदवी स्वराज के रक्षक थे, लेकिन वे ‘धर्मवीर’ नहीं थे। वहीं इस बयान के खिलाफ बीजेपी और शिंदे गुट इस बयान के बाद अजित पवार के खिलाफ आक्रामक हो गया और राज्य भर में अजित पवार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन होने लगे थे। इसके बाद ये मामला बढ़ते-बढ़ते पूरे महाराष्ट्र में फैल गया। अजित पवार ने इस बीच मीडिया से दूरी बना ली थी और उनके चाचा शरद पवार को सामने आना पड़ा।
Advertisement
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 1 August 2024 at 17:57 IST