अपडेटेड 26 May 2025 at 13:06 IST
Covid-19: दिल्ली में भी तेजी से पैर पसार रहा कोरोना, अबतक 100 से ज्यादा मरीज मिले, देशभर में केस 1000 के पार
साल 2025 में पहली बार देश में कोरोना वायरस के एक्टिव केस 1000 के पार पहुंच गए है। सबसे ज्यादा मामले केरल और महाराष्ट्र में दर्ज हुए। वहीं दिल्ली में भी कोरोना के 100 से ज्यादा नए मरीज मिले।
- भारत
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Corona Cases in India: साल 2020-21 में दुनियाभर में कोहराम मचाने वाला कोरोना वायरस एक बार फिर लौट आया है। भारत में भी कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते लगे हैं, जिसको लेकर टेंशन बढ़नी शुरू हो गई। साल 2025 में पहली बार देश में कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 1 हजार के आंकड़े को पार कर गई।
कोरोना के सबसे अधिक सक्रिय मामले फिलहाल केरल में हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है। दिल्ली में भी तेजी से अब कोरोना ग्राफ बढ़ता दिख रहा है। राजधानी में एक्टिव केस की संख्या 100 पार चली गई।
2025 में पहली बार 1 हजार पार एक्टिव केस
सोमवार (26 मई) को स्वास्थ्य मंत्रालय ने ताजा आंकड़े जारी किए। इसके मुताबिक भारत में कोरोना के एक्टिव केस 1009 पहुंच गए हैं। इनमें से 752 केस ऐसे हैं, जिनकी पुष्टि हाल ही में हुई। इस दौरान देशभर में कोरोना से 7 लोगों की मौत भी हुई है। महाराष्ट्र में चार, केरल में दो और कर्नाटक में एक व्यक्ति ने जान गंवाई है।
किस राज्य में कितने मामले?
हेल्थ मिनिस्ट्री की ओर से दिए गए आंकड़ों के मुताबिक मौजूदा समय में सबसे ज्यादा एक्टिव केस केरल में है। यहां एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 430 पहुंच गई। दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र जहां 209 एक्टिव मामले है। बात राजधानी की दिल्ली करें तो यहां एक हफ्ते में कोरोना वायरस के 99 नए मामले मिले हैं। दिल्ली में एक्टिव केस 104 पहुंच गए।
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इसके अलावा गुजरात में 83, तमिलनाडु में 69, कर्नाटक में 47, यूपी में 15, राजस्थान में 13, पश्चिम बंगाल में 12, पुडुचेरी में 9, हरियाणा में 9, आंध्र प्रदेश में 4, मध्य प्रदेश में 2, छत्तीसगढ़-गोवा और तेलंगाना में एक-एक एक्टिव केस है।
देश में अभी कुछ राज्यों ऐसे हैं, जहां फिलहाल कोरोना का एक भी एक्टिव केस नहीं है। इनमें अंडमान और निकोबार, अरुणाचल प्रदेश, असम, बिहार, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।
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दो नए वेरिएंट्स मिलने से बढ़ी दहशत
कोरोना के दो नए सबवेरिएंट्स NB.1.8.1 और LF.7 की पहचान हुई है। इंडियन सार्स-कोव-2 जीनोमिक्स कंसोर्टियम (INSACOG) ने इसकी पुष्टि की। उनके मुताबिक तमिलनाडु में अप्रैल में NB.1.8.1 का एक मरीज मिला। वहीं मई में गुजरात से LF.7 के चार केस दर्ज सामने आए। हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन यानी WHO ने इन दोनों ही NB.1.8.1 और LF.7 वेरिएंट को फिलहाल Variants Under Monitoring की कैटेगिरी में डाला है। अभी ये 'Variants of Concern' या 'Variants of Interest' नहीं हैं।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 26 May 2025 at 13:06 IST