अपडेटेड 5 September 2025 at 20:16 IST
Sri Nagar Hajratbal Dargah: हजरतबल दरगाह में बवाल, कट्टरपंथियों ने अशोक चिन्ह को तोड़ा, LG मनोज सिन्हा ने दिए जांच के आदेश
Hazratbal Dargah: भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला है, और हमलावर एक राजनीतिक दल के गुंडे हैं।"
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Hazratbal Dargah: आज जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में हजरतबल दरगाह से एक बड़ी खबर सामने आई। यहां दरगाह में आधार शिला पर लगे देश के राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र को कट्टरपंथियों के द्वारा हटा दिया है। कट्टरपंथियों के एक समूहों ने आज दोपहर करीब एक बजे इस घटना को अंजाम दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार, हजरतबल दरगाह का रेनोवेशन कराया गया था। 3 सितंबर को शिलालेख पर अशोक चिन्ह को लगाया गया था। आज ईद-ए-मिलाद की नमाज पढ़ने लोग हजरतबल दरगाह पहुंचे थे। इस बीच कुछ लोगों ने दरगाह पर लगे इस अशोक चिन्ह को देखकर विरोध जताया। उनमें से कुछ कट्टरपंथियों ने हजरतबल दरगाह में शिलालेख पर लगे इस अशोक चिन्ह को ईंट-पत्थर से तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। वहीं, इस बीच जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला - जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड द्वारा असारी शरीफ हजरतबल दरगाह के पुनर्निर्माण और पुनर्विकास पर एक पत्थर की पट्टिका को तोड़ दिया गया। इस पट्टिका पर देश का राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र था, जिसका विरोध करके कट्टरपंथियों के द्वारा तोड़ दिया गया। इस घटना पर भाजपा नेता और जम्मू-कश्मीर वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. दरख्शां अंद्राबी ने कहा, "यह घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करना एक आतंकवादी हमला है, और हमलावर एक राजनीतिक दल के गुंडे हैं। इन लोगों ने पहले भी कश्मीर को बर्बाद किया, और अब वे खुलेआम दरगाह शरीफ के अंदर आ गए हैं। हमारे प्रशासक बाल-बाल बचे। भीड़ ने उन पर भी हमला किया।" उन्होंने आगे कहा, "इस भीड़ ने राष्ट्रीय प्रतीक को कलंकित करके बहुत बड़ा अपराध किया है। उन्होंने दरगाह की गरिमा को नुकसान पहुंचाया है, और एक बार उनकी पहचान हो जाने पर, उन्हें जीवन भर के लिए दरगाह में प्रवेश करने से प्रतिबंधित कर दिया जाएगा, और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।"
इस्लाम के खिलाफ होने का आरोप
मिली जानकारी के अनुसार, आज ईद-ए-मिलाद की नमाज पढ़ने लोग हजरतबल दरगाह पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने देखा कि हाल ही में रेनोवेट किए गए हजरतबल दरगाह की पट्टिका पर अशोक चिन्ह लगाया गया है। भीड़ और कट्टरपंथियों ने इसका विरोध किया और इसे इस्लाम के खिलाफ बताया। इस बीच आज दोपहर में देखते ही देखते कुछ कट्टरपंथियों ने देश के राष्ट्रीय चिन्ह को इस पट्टिका से तोड़कर हटा दिया। इस घटना का वीडियो सामने आया है, जिसके बाद मुद्दा तूल पकड़ चुका है। वहीं, जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं।
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Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 5 September 2025 at 20:16 IST