अपडेटेड 24 June 2025 at 20:42 IST
क्या आपको पता है कि बिना इजाजत के किसी के साथ फोन पर बातचीत को रिकॉर्ड करना गलत है। अगर आप किसी से फोन पर बात कर रहे हैं और फिर सामने वाले शख्स को बिना बताए, उसके साथ हुई बातचीत को रिकॉर्ड करते हैं। भारतीय कानून के हिसाब से यह गलत है। इसके लिए आपको कानूनी कार्रवाई से गुजरना पड़ सकता है।
अक्सर लोगों को ये पता नहीं होता है कि किसी के साथ बातचीत को रिकॉर्ड करना सही नहीं है। हालांकि, भारतीय संविधान में इसे पूरी तरह से गैरकानूनी नहीं बताया गया है, लेकिन इसके लिए कुछ शर्ते भी हैं। यह आपकी प्राइवेसी के अधिकार का हनन है। संविधान के अनुच्छेद 21 में हर व्यक्ति को प्राइवेसी का अधिकार है। ऐसे में अगर आप किसी के भी बातचीत को रिकॉर्ड करते हैं, तो यह उसके अधिकार का हनन है। इसके लिए संविधान में सजा का प्रावधान भी किया गया है।
भारतीय न्याय संहिता के धारा 356, 357 और IT एक्ट 66E में इसके लिए सजा का प्रावधान भी किया गया है। धारा 356 और 357 मानहानि और अपमान से जुड़ा हुआ है। बिना इजाजत के किसी के साथ बातचीत को वरिकॉर्ड करना मानहानि या फिर अपमान की श्रेणी में आ सकता है। IT एक्ट 66E के अलावा धारा 499 और 500 भी लागू हो सकता है। अगर आप अनुमती लेकर किसी इंसान के साथ बातचीत को रिकॉर्ड करना गैरकानूनी नहीं माना जाएगा।
सजा के तौर पर इसके लिए तीन साल की जेल हो सकती है और जुर्माना भी लगेगा। सजा मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए तय किया जा सकता है। अगर मामला बेहद संवेदनशील है, तो सजा भी उस हिसाब से और कठोर हो सकती है।
पब्लिश्ड 24 June 2025 at 20:42 IST