अपडेटेड 24 April 2025 at 14:44 IST
डेढ़ घंटे तक भाई जिंदा था, बच जाता अगर... CM सैनी के सामने फूट-फूटकर रोई लेफ्टिनेंट विनय नरवाल की बहन; रूह कंपा देगा VIDEO
विनय नरवाल के पार्थिव शरीर को जब करनाल के सेक्टर 7 स्थित उनके घर पर लाया गया तो इस दृश्य ने पूरे परिवार का सीना छलनी कर दिया।
- भारत
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Pahalgam Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले में मारे गए नेवी के अधिकारी लेफ्टिनेंट विनय नरवाल का बुधवार (23 अप्रैल) को अंतिम संस्कार किया गया। विनय को अंतिम विदाई देने के लिए ऐसा लगा मानों पूरा शहर उमड़ पड़ा हो। जाबांज अफसर के अंतिम संस्कार में हर किसी की आंखें नम थीं। वीर सपूत लेफ्टिनेंट विनय को अंतिम विदाई देते वक्त नेवी के अधिकारी भी अपने आंसू नहीं रोक सके। इस दौरान विनय की बहन का एक दिल छलनी करने देने वाला वीडियो सामने आया है जिसमें वो कहती हैं कि डेढ़ घंटे तक मेरा भाई जिंदा था। उसे बचाया जा सकता था।
दरअसल, विनय नरवाल के पार्थिव शरीर को जब करनाल के सेक्टर 7 स्थित उनके घर पर लाया गया तो इस दृश्य ने पूरे परिवार का सीना छलनी कर दिया। पार्थिव शरीर को घर में देखते ही विनय की मां आशा, पत्नी हिमांशी और बहन सृष्टि समेत पूरा परिवार फूट-फूटकर रोने लगा। इतना ही नहीं, परिवार की सभी महिलाएं शव से लिपटकर बिलख पड़ीं। इतना ही नहीं, अपने जवान पोते विनय का शव अपनी आंखों के आगे देख दादा हवा सिंह का भी हाल-बेहाल था। पोते के शव को देख उनकी तबीयत बिगड़ गई और वो बेसुध होकर गिर पड़े। वहां मौजूद लोगों ने बड़ी ही मुश्किल से उन्हें संभाला।
'मेरा भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था...'
इसके बाद बेटे को गोद में खिलाने वाली मां और कलाई पर राखी बांधने वाली बहन ने विनय नरवाल की अर्थी को कांधा और चिता को आग दी। इस अंतिम संस्कार में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी शामिल हुए जिनका ह्दय भी पीड़ा से भरा हुआ था। वहीं सीएम को देख शहीद विनय नरवाल की बहन का दर्द छलक गया। विनय नरवाल की बहन ने कांपते हाथों और बिलख-बिलखकर रोते हुए कहा, 'मेरा भाई डेढ़ घंटे तक जिंदा था। उसे बचाया जा सकता था। तब तक वहां कोई नहीं आया था। अगर वहां कोई आर्मी होती तो मेरा भाई बच सकता था।'
उन्होंने आगे अपने भाई की मौत के बदले की मांग करते हुए कहा कि 'जिन्होंने मेरे भाई को मारा है मुझे उनका सिर चाहिए।' सीएम नायब सिंह सैनी ने उन्हें सांत्वना देते हुए कहा कि 'जिसने मारा है वो मरेगा। न्याय मिलेगा।'
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'आज मेरा पोता गया, कल किसी और का जाएगा'
इससे पहले मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आतंकी हमले में मारे गए लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के परिजनों से वीडियो कॉल के जरिये बातचीत की थी। उन्होंने विश्वास दिलाया कि ऐसी अमानवीय कृत्य करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें उनके किए की सजा जरूर दी जाएगी। विनय नरवाल के दादा ने हाथ जोड़ सीएम सैनी से अनुरोध किया कि इन लोगों को सख्त से सख्त सजा दी जाए। उन्होंने कहा, 'मैं पीएम मोदी से रिक्वेस्ट करता हूं कि इस उग्रवाद को खत्म करवाएं। आज मेरा पोता गया है, कल किसी और का जाएगा।'
7 दिन पहले हुई थी शादी
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, लेफ्टिनेंट विनय नरवाल मूल रूप से हरियाणा के करनाल जिले के रहने वाले थे। उनकी पोस्टिंग कोच्चि में थी और 16 अप्रैल को उनकी शादी हुई थी। पत्नी हिमांशी के हाथों की मेहंदी अभी उतरी भी नहीं थी कि आतंकियों ने इंसानियत को तार-तार कर देने वाले हमले से उनके सारे अरमानों को पल भर में छीन लिया। फिलहाल लेफ्टिनेंट विनय नरवाल के घर मातम पसरा हुआ है। महज 7 दिन पहले परिवार शादी के जश्न में डूबा हुआ था, लेकिन किसे पता था कि जहां वो अपनी पत्नी के साथ नई जिंदगी की शुरुआत और यादों को संजोने जा रहे हैं, वहां उनकी जिंदगी ही छीन ली जाएगी।
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Published By : Priyanka Yadav
पब्लिश्ड 24 April 2025 at 08:29 IST