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अपडेटेड 6 July 2025 at 15:52 IST

केरल के पास ऑपरेशन के दौरान फाइटर जेट F-35 में आई थी खराबी, इमरजेंसी लैंडिंग के बाद अब टुकड़ों में ब्रिटेन भेजने की क्यों हो रही तैयारी?

ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35B लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर जेट F-35B 14 जून से केरल के तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट के बे-4 पर खड़ा है, जहां इसकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान तैनात हैं।

Reported by: Digital Desk
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CISF secures the Royal Navy F-35B fighter jet after its emergency landing at Thiruvananthapuram Airport
तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़ा F-35B | Image: ANI

British fighter jet F-35B : ब्रिटिश रॉयल नेवी का F-35B लाइटनिंग II स्टील्थ फाइटर जेट 14 जून, 2025 की रात से केरल के तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़ा है। दुनिया के सबसे आधुनिक और महंगे लड़ाकू विमानों में से एक है। विमान में आई तकनीकी खराबी को ठीक करने के लिए पिछले 19 दिनों से कोशिश जारी है, लेकिन फील्ड मरम्मत के प्रयास सफल नहीं हो पाए।

F-35B, ब्रिटेन के विमानवाहक पोत HMS प्रिंस ऑफ वेल्स के कैरियर स्ट्राइक ग्रुप का हिस्सा है, ये हिंद-प्रशांत क्षेत्र में एक संयुक्त नौसैनिक अभ्यास में हिस्सा ले रहा था। यह अभ्यास भारतीय नौसेना के साथ आयोजित किया गया था। 14 जून को विमान ने केरल के तट से करीब 100 समुद्री मील दूर उड़ान भरी थी। खराब मौसम और ईंधन की कमी के कारण इसे तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। लैंडिंग के बाद उम्मीद थी कि विमान में ईंधन भरने के बाद ये वापस लौट जाएगा, लेकिन टेक-ऑफ से पहले की जांच में हाइड्रोलिक सिस्टम में गंभीर खराबी का पता चला।

तिरुवनंतपुरम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर खड़ा F-35B (PC-ANI)

अब टुकड़ों में होगी वापसी?

F-35B अभी भी तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट के बे-4 पर खड़ा है, जहां इसकी सुरक्षा के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवान तैनात हैं। शुरुआत में ब्रिटिश रॉयल नेवी ने विमान को खुले में ही रखने का फैसला किया, क्योंकि उन्हें अपनी संवेदनशील स्टील्थ तकनीक के लीक होने का डर था। भारत ने विमान को हैंगर में शिफ्ट करने और मरम्मत में सहायता प्रदान करने की पेशकश की थी, लेकिन ब्रिटेन ने इसे शुरू में ठुकरा दिया। अब खबर है कि विमान को टुकड़ों में बड़े जेट में लोड करके यूनाइटेड किंगडम ले जाने की तैयारी है। C-17 ग्लोबमास्टर परिवहन विमान पर लोड करके भी एयरलिफ्ट किया जा सकता है।

F-35B की खासियत

F-35B को अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने विकसित किया है। ये पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर जेट है। शॉर्ट टेक-ऑफ और वर्टिकल लैंडिंग (STOVL) इसकी खासियत है। यह बिना कैटापुल्ट सिस्टम वाले विमानवाहक पोतों और छोटे रनवे पर भी संचालित हो सकता है। इसका डिजाइन और आंतरिक हथियार बे इसे दुश्मन के रडार से बचाने में मदद करते हैं। F-35B हवा से हवा और हवा से जमीन पर हमले करने में सक्षम है। इसमें अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सिस्टम लगे हैं। इसकी कीमत लगभग 950 करोड़ रुपये है और इसकी तकनीक इतनी जटिल है कि मरम्मत के लिए विशेषज्ञों की आवश्यकता होती है।

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पब्लिश्ड 3 July 2025 at 16:25 IST