अपडेटेड 11 October 2024 at 23:27 IST
Air India: तमिलनाडु के त्रिची एयरपोर्ट पर शारजाह जा रही एक फ्लाइट में तकनीकी समस्या आ गई, जिसकी वजह से विमान लैंड नहीं कर पा रहा था। ऐसे में करीब दो घंटे तक फ्लाइट हवा में ही चक्कर काटती रही। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद फ्लाइट की सुरक्षित लैंडिंग हो गई है।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, तिरुचिरापल्ली से शारजाह जाने वाली एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट IX 613 सुरक्षित तरीके से तिरुचिरापल्ली एयरपोर्ट पर लैंड कर गई है। DGCA स्थिति पर नज़र रखे हुए है। लैंडिंग गियर खुल रहा था। फ्लाइट ने सामान्य लैंडिंग की है। एयरपोर्ट को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
मिली जानकारी के अनुसार 6 बजकर 5 मिनट पर पूर्ण आपातकाल घोषित किए जाने के बाद हवाई अड्डे और आपातकालीन टीम ने तेजी से और प्रभावी ढंग से काम शुरू कर दिया। इसके बाद करीब रात 8 बजकर 15 मिनट पर प्लेन ने सुरक्षित लैंडिंग की। फ्लाइट में सवार सभी 140 यात्री सुरक्षित हैं।
पुलिस के मुताबिक, शाम करीब साढ़े पांच बजे तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ देर बाद विमान की हाइड्रॉलिक प्रणाली (लैंडिंग में इस्तेमाल ब्रेक, लैंडिंग गियर सहित अन्य उपकरणों को नियंत्रित करने वाली प्रणाली) में खराबी आ गई। हालांकि घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद में पायलट ने सूझबूझ से स्थिति को संभाला और विमान को तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे पर सुरक्षित उतार लिया।
बता दें कि इससे पहले त्रिची एयरपोर्ट के निदेशक गोपालकृष्णन ने एयर इंडिया की फ्लाइट में हाइड्रोलिंग फेल्यर की पुष्टि की थी। एयरपोर्ट के निदेशक ने बताया था कि यह फ्लाइट शारजाह जा रही थी। फ्लाइट में 140 यात्री सवार थे। फ्लाइट का हाइड्रोलिक काम नहीं कर रहा था। इसके बाद त्रिची एयरपोर्ट पर बेली लैंडिंग की तैयारियां चलीं। यह सुनिश्चित करने के लिए कि कोई बड़ी दुर्घटना न हो, एयरपोर्ट पर 20 से अधिक एंबुलेंस और फायर टेंडर तैनात रहे।
फ्लाइट के हाइड्रोलिक सिस्टम में आई खराबी के चलते बेली लैंडिंग की भी तैयारी की जा रही थी, हालांकि इसकी जरूरत नहीं पड़ी। पायलट ने अपनी सूझबूझ दिखाते हुए फ्लाइट को वापस एयरपोर्ट पर ही सफलतापूर्वक लैंड किया। फ्लाइट के हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी की सूचना एटीसी को मिलते ही एयरपोर्ट को अलर्ट पर रखा गया। दूसरी ओर फ्लाइट लैंडिंग से पहले त्रिची एयरपोर्ट के आसमान में ही हवा में चक्कर लगाता रहा। वहीं नीचे एयरपोर्ट पर लैंडिग के समय किसी तरह की अप्रिय घटना न हो इसके लिए तमाम इंतजाम किए गए। फ्लाइट से फ्यूल को कम करने के बाद पायलट ने सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित की।
एयर इंडिया के विमान में लैंडिंग गियर खराब होने के खबर के बाद त्रिची हवाई अड्डे पर बेली लैंडिंग (What is belly landing) कराने की तैयारी चल रही थी। बेली लैंडिंग करने से पहले एयरक्राफ्ट में ईंधन को कम करना होता है। बेली, इमरजेंसी में की जाने वाली लैंडिंग है। इसका इस्तेमाल तब होता है जब लैंडिंग गियर काम नहीं करता। जिसमें विमान को पेट (बेली) के बल रनवे पर घिसकर उतारा जाता है। बेली लैंडिंग खतरे से भरी होती है। इसमें विमान को तो नुकसान पहुंचता ही साथ में यात्रियों को चोट आने का खतरा भी बढ़ जाता है।
पब्लिश्ड 11 October 2024 at 20:25 IST