अपडेटेड 18 October 2025 at 18:31 IST
ब्रह्मोस ने भरी उड़ान, एक झटके में ही मिटा दिया 'दुश्मनों' का नामोनिशान; LIVE हमला देखकर मुस्कुरा रहे थे राजनाथ और CM योगी, VIDEO
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोडक्शन यूनिट में भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस के वर्चुअल हमले को देखा।
- भारत
- 3 min read

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के लखनऊ स्थित ब्रह्मोस एयरोस्पेस प्रोडक्शन यूनिट में भारतीय वायु सेना के सुखोई-30 लड़ाकू विमान से ब्रह्मोस के वर्चुअल हमले को देखा।
रक्षा मंत्री ने स्थानीय स्तर पर निर्मित ब्रह्मोस मिसाइलों की पहली खेप प्रदर्शित करने वाले ट्रकों को भी हरी झंडी दिखाई। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक रक्षा मंत्री के साथ मौजूद थे।
राजनाथ सिंह ने योगी आदित्यनाथ के साथ ब्रह्मोस एयरोस्पेस यूनिट परिसर में एक पौधा लगाया और फिर बूस्टर और वारहेड भवन का उद्घाटन भी किया। इस अवसर पर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के प्रमुख समीर वी कामत और ब्रह्मोस के महानिदेशक (डीजी) जयतीर्थ आर जोशी ने लखनऊ यूनिट में निर्मित ब्रह्मोस का जीएसटी बिल राजनाथ सिंह और सीएम योगी को सौंपा।
पीएम मोदी ने किया था ऐलान
यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण अब लखनऊ में किए जाने की घोषणा के कुछ महीनों बाद आया है। अगस्त में उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की वायु रक्षा प्रणाली की सराहना की थी, जिसने सैन्य अभियान के दौरान पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइलों का मुकाबला किया।
Advertisement
उन्होंने कहा था, "ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, दुनिया ने हमारे स्वदेशी हथियारों की क्षमताओं को देखा। हमारी वायु रक्षा प्रणालियों, मिसाइलों और ड्रोनों ने 'आत्मनिर्भर भारत' की ताकत साबित की है, खासकर ब्रह्मोस मिसाइलों ने। ब्रह्मोस मिसाइलों का निर्माण अब लखनऊ में किया जाएगा।"
डीआरडीओ और रूसी रक्षा कंपनी एनपीओ मशीनोस्ट्रोयेनिया द्वारा डिजाइन की गई ब्रह्मोस ने पहलगाम में हुए भयावह आतंकवादी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के सैन्य बुनियादी ढांचे पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। चार दिनों तक चले संघर्ष के दौरान, इन मिसाइलों का इस्तेमाल पाकिस्तानी हवाई ठिकानों और सेना की छावनियों पर बड़े पैमाने पर किया गया।
Advertisement
भारत-पाकिस्तान संघर्ष में दिखी थी ब्रह्मोस की ताकत
संघर्ष के पहले चरण में जब भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ढांचे पर हमले किए, जिसमें पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी मुख्यालय भी शामिल थे, तब ब्रह्मोस मिसाइल भारतीय वायु सेना का मुख्य पसंदीदा हथियार था, जिसने बड़ी सटीकता से लक्ष्य पर प्रहार किया।
ब्रह्मोस ने पाकिस्तानी हवाई ठिकानों को और नुकसान पहुंचाया, इसलिए पाकिस्तानी सेना ने आतंकवादियों और उनके ढांचे की रक्षा करते हुए जवाबी कार्रवाई करने की कोशिश की।
Published By : Kunal Verma
पब्लिश्ड 18 October 2025 at 18:31 IST