अपडेटेड 17 July 2024 at 20:57 IST

पैतृक गांव पहुंचे शहीद जय सिंह और सिपाही बिजेंद्र के शव, नम आंखों से पिता ने कहा- गर्व है

सिपाही अजय सिंह नरुका और सिपाही बिजेंद्र कुमार के पार्थिव शरीर जयपुर लाए गए, सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भैसावता और डुमोली ले जाया जाएगा।

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पार्थिव शरीर जयपुर लाया गया | Image: ANI

Doda Encounter: राजस्थान के झुंझुनू जिले के गांव भैसावता कलां निवासी सिपाही अजय सिंह और डुमोली कलां गांव के रहने वाले सिपाही बिजेंद्र सिंह ने जम्मू-कश्मीर में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। उनके पार्थिव शरीर को जयपुर लाया गया। 

सैनिकों के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव भैसावता और डुमोली, झुंझुनू ले जाया जाएगा। दोनों लाल के गांवों में शोक की लहर दौड़ गई है। कल जम्मू-कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान एक अधिकारी समेत चार भारतीय सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। 

राजस्थान के दो लालों ने सर्वोच्च बलिदान दिया

राजस्थान के दो लालों ने जम्मू-कश्मीर के डोडा में अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। दोनों सैनिक झुंझुनू जिले के रहने वाले थे। बलिदान की खबर जैसे ही उनके पैतृक गांवों में पहुंची वैसे ही पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई। झुंझुनू जिले के सैनिक बिजेंद्र और अजय सिंह जम्मू और कश्मीर के डोडा में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में वीरगति को प्राप्त हुए हैं। आतंकवादियों की गोलीबारी में कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी. राजेश, सिपाही बिजेंद्र और सिपाही अजय शहीद हो गए। अजय और बिजेंद्र राजस्थान के झुंझुनू जिले के अलग-अलग गांवों के रहने वाले थे।

हम सभी के लिए गर्व का क्षण- पिंटू

अजय सिंह के रिश्तेदार गिरवर सिंह नरूका ने बताया कि वह उनके भाई का पोता था और सर्च ऑपरेशन के दौरान शहीद हो गया। उन्होंने कहा कि अजय सिंह के चाचा भी भारतीय सेना में कार्यरत हैं और सेना मेडल से सम्मानित हैं। अजय सिंह के दोस्त पिंटू ने कहा, 'यह हम सभी के लिए गर्व का क्षण है कि उन्होंने देश की रक्षा के लिए शहादत दी है। साथ ही यह असहनीय दुख की घड़ी है कि मैंने भाई जैसा दोस्त खो दिया।'

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2021 में हुई थी अजय की शादी

भाषा के मुताबिक एक ग्रामीण ने बताया कि लोग शहीद के घर पहुंचने लगे हैं। परिजनों और रिश्तेदारों के मुताबिक अजय छह साल पहले भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। उनकी शादी 2021 में हुई थी और उनके पिता भी सेना से सेवा निवृत्त हैं।

फरवरी में आए थे गांव

इस घटना में शहीद हुए राजस्थान के एक और जवान बिजेंद्र के चचेरे भाई ने बताया कि वह आखिरी बार इसी साल फरवरी में गांव आए थे। उन्होंने कहा, 'मेरा चचेरा भाई जम्मू-कश्मीर में शहीद हो गया है लेकिन हमें घटना के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, 'हमें फोन कॉल के जरिए जानकारी मिली।'

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मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जताया शोक

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने जवानों की शहादत को नमन करते हुए कहा कि उनकी संवेदनाएं शहीदों के परिजनों के साथ है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में आतंकियों द्वारा किए गए कायरतापूर्ण हमले में वीरगति को प्राप्त हुए भारतीय सेना के कैप्टन समेत चार जवानों की शहादत को कोटिशः नमन। मेरी संवेदनाएं शहीदों के परिजनों के साथ हैं।'

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सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा- गहलोत

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कहा कि जवानों के बलिदान को हमेशा याद रखा जाएगा। गहलोत ने पोस्ट कर लिखा, 'जम्मू-कश्मीर में डोडा में आतंकवादी हमले का बहादुरी से सामना करते हुए शहीद हुए झुंझुनूं जिले के बिजेन्द्र सिंह और अजय सिंह की शहादत को नमन करता हूं। देश और देशवासियों की सुरक्षा के लिए आपके द्वारा दिया गया सर्वोच्च बलिदान हमेशा याद रखा जाएगा। मैं इस दुख की घड़ी में ईश्वर से परिजनों को हिम्मत देने की कामना करता हूं।'

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 17 July 2024 at 10:59 IST