अपडेटेड 26 March 2025 at 14:02 IST

तेजस्वी ने CM नीतीश पर लगाया राबड़ी देवी के अपमान का आरोप, बोले- 'सीएम का ऐसा आचरण नारी शक्ति का घोर अपमान है'

तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार के ऊपर राबड़ी देवी का अपमान करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने सीएम नीतीश से माफी की मांग की।

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Nitish Kumar and Tejashwi Yadav
नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव | Image: PTI

बिहार में इन दिनों सियासी पारा लागातर बढ़ती जा रही है। बीते दिन विधान परिषद में एक बार फिर से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का गुस्सा देखने को मिला। विधान परिषद में सीएम नीतीश और रबड़ी देवी के बीच बहस छिड़ी। इसे लेकर अब तेजस्वी यादव का बयान सामने आया है। तेजस्वी यादव ने राबड़ी देवी के अपमान का आरोप लगाते हुए सीएम नीतीश से माफी की मांग की।

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर राबड़ी देवी के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा, "मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी द्वारा बार-बार पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी का भरे सदन में अपमान करना अत्यंत निंदनीय है। बिहार की भूमि माता सीता की जननी है, बिहार का मुखिया ही जब महिलाओं के लिए तू-तड़ाक की भाषा का प्रयोग करेगा तो बिहार का इस से बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा।

राबड़ी देवी महिला सशक्तिकरण का जीवंत हस्ताक्षर: सीएम नीतीश

उन्होंने कहा कि राबड़ी देवी जी बिहार के महिला सशक्तिकरण का एक जीवंत हस्ताक्षर हैं। बिहार की हर महिला में वो ये आशा, विश्वास और उत्साह जगाती हैं कि केवल पुरुष ही नहीं बल्कि यहां की नारी भी इतनी शक्तिशाली है जो अन्याय के खिलाफ जीवन पर्यन्त डट कर लड़ सकती है, अपने परिवार को संभाल सकती है और पूरे बिहार की समृद्धि में योगदान दे सकती है।

सीएम नीतीश पर हमलावर होते हुए राजद नेता ने कहा, "मुख्यमंत्री की ऐसी आपत्तिजनक भाषा, दुर्व्यवहार, अशिष्ट आचरण और अपमान नारी शक्ति का घोर अपमान है और महिलाओं को दोयम समझने वाली पुरुषवादी मानसिकता का भी परिचायक है। नीतीश कुमार जी को अपने इस आचरण, इस टिप्पणी के लिए तुरंत प्रभाव से बिहार की महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।"

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वक्फ संशोधन बिल के विरोध में क्या बोले तेजस्वी?

बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व RJD नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "हमारी पार्टी RJD, हमारे नेता लालू प्रसाद यादव यहां आपका साथ देने, हम सब आपके हाथ मजबूत करने आए हैं। किसी भी कीमत पर, चाहे सत्ता रहे या न रहे, हमने सदन, विधानसभा व विधान परिषद में इस गैर संवैधानिक, अलोकतांत्रिक बिल का विरोध किया है। आज हमने कार्य स्थगन प्रस्ताव लाकर इस पर चर्चा की मांग की लेकिन सदन स्थगित कर दिया गया। हम आपको बताना चाहते हैं कि हम इसमें आपके साथ खड़े हैं... हमारी कोशिश है कि यह बिल किसी भी कीमत पर पास न हो..."

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 26 March 2025 at 14:02 IST