अपडेटेड 5 July 2025 at 08:00 IST
बिहार के नामी बिजनेसमैन गोपाल खेमका की पटना में बीच सड़क गोली मारकर हत्या, 7 साल पहले बेटे का भी हुआ था मर्डर
पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब जाने-माने बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- भारत
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पटना के गांधी मैदान थाना क्षेत्र में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब जाने-माने बिजनेसमैन गोपाल खेमका की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना उनके आवास के पास स्थित एक अपार्टमेंट की है, जहां जैसे ही वे अपनी कार से उतरे, घात लगाए अपराधियों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं। खेमका की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की छानबीन शुरू कर दी है।
हत्या के पीछे की वजहों का फिलहाल खुलासा नहीं हो पाया है, लेकिन पुलिस ने इलाके में सघन तलाशी अभियान शुरू कर दिया है और दावा किया है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। आपको बता दें कि मृतक गोपाल खेमका पटना के जाने-माने व्यवसायी थे और मगध अस्पताल के मालिक भी थे। उनके परिवार के लिए यह दूसरी बड़ी त्रासदी है। करीब छह साल पहले, उनके बेटे गुंजन खेमका की भी वैशाली जिले के औद्योगिक थाना क्षेत्र में अपराधियों ने हत्या कर दी थी। उस घटना के बाद भी बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठे थे।
पुलिस पर दबाव, जनता में रोष
खेमका की हत्या के बाद स्थानीय व्यापारियों और नागरिकों में भारी आक्रोश है। लोगों का कहना है कि पटना जैसे हाई-सिक्योरिटी जोन में इस तरह की वारदात कानून-व्यवस्था की पोल खोलती है। गांधी मैदान थाना पुलिस के अनुसार, अपराधियों की पहचान के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और जल्द ही घटना में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पटना में एक बार फिर से कानून-व्यवस्था और आम लोगों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता खड़ी कर दी है।
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सांसद पप्पू यादव पहुंचे- बोला परिवार से बलि कब तक?
हाई प्रोफाइल घटना होने के बाद पटना के उद्योगपतियों और व्यवसायियों की भीड़ धीरे-धीरे जुटती गई। अस्पताल के बाद शव को घर लाया गया, लेकिन देर रात होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं हो सका। इस बीच पुलिस के पहले, पूर्णिया से निर्दलीय सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव घटनास्थल पर पहुंच चुके थे। पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठाते हुए पप्पू यादव ने सवाल किया कि "आखिर यह परिवार कब तक बलि देता रहेगा?
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बीते 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर इंडस्ट्रियल एरिया में इन्हीं गोपाल खेमका के बेटे की भी गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। थाने से महज 300 मीटर दूर यह पॉश इलाका है और कई आला अधिकारियों का भी घर बेहद पास में है। ऐसे में सरेआम अपराधी आते हैं और एक उद्योगपति को गोली मारकर आराम से चले जाते हैं! यह बिहार में क्या हो रहा है? बिहार की पुलिस क्या कर रही है? और बिहार के अपराधियों का मनोबल इतना बढ़ कैसे गया है?"
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 5 July 2025 at 08:00 IST