अपडेटेड May 1st 2025, 17:01 IST
Caste Census: केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार ने जातीय जनगणना कराने का फैसला लिया है, जिसका असर बिहार की राजनीति में असर छोड़ रहा है। खासकर लालू यादव की पार्टी राजद और उनके नेता इसे दबाव का फैसला बता रहे हैं। खैर, विरोधियों के बयानों के बीच बिहार में भारतीय जनता पार्टी केंद्र के फैसले का समर्थन कर रही है और खूब सराह रही है। बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा केंद्र के फैसले को भविष्य की पीढ़ियों के उत्थान का निर्णय बता रहे हैं।
राजनीतिक मामलों की कैबिनेट कमेटी की बुधवार को दिल्ली में बैठक हुई थी, जिसमें जनगणना में जातीय गणना को भी शामिल कराने का फैसला लिया गया। मीटिंग के बाद केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फैसले की जानकारी दी थी। इससे बिहार बीजेपी के नेता खुश दिखाई दे रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने पटना में कहा, 'प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रहित में जो निर्णय लिया है, वो बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सुशील मोदी के नेतृत्व में लिया गया। प्रधानमंत्री ने भावी पीढ़ी के उत्थान के लिए निर्णय लिया है' तेजस्वी यादव पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा, 'तेजस्वी यादव के पास 15 साल का अवसर था, उन्होंने सत्ता में रहते हुए निर्णय क्यों नहीं लिया? उनके शब्दों और कार्यों में कोई स्थिरता नहीं है।'
उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने राजद और कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि 'लालू जी कहते हैं 1995-96 में जातीय आधारित जनगणना पास करवाई, लेकिन उसे लागू क्यों नहीं किया? 10 साल तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार लालू जी के समर्थन से रही, फिर भी जनगणना आगे क्यों नहीं बढ़ी? आखिर इसके लिए जिम्मेदार कौन है लालू जी या कांग्रेस? ये लोग सिर्फ क्रेडिट लेना जानते हैं, काम करना तो सिर्फ मोदी जी को आता है और उन्होंने करके दिखाया है।'
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने विपक्ष पर कटाक्ष करते हुए कहा कि INDI गठबंधन के नेता धीरे-धीरे पीएम के समर्थक बनते जा रहे हैं। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी की योजना थी कि जब जनगणना होगी तो जाति जनगणना भी होगी ताकि भविष्य में सभी जातियों को उनका अधिकार दिया जा सके। ये पहली बार है कि प्रधानमंत्री मोदी के फैसले पर पूरा विपक्ष पटाखे फोड़ रहा है। INDI गठबंधन के सभी नेता धीरे-धीरे प्रधानमंत्री के समर्थक बनते जा रहे हैं।’
पब्लिश्ड May 1st 2025, 17:01 IST