अपडेटेड 10 July 2024 at 12:40 IST

देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा बिहार में, दुपट्टा ओढ़कर आती थी घर; अब वर्दी में मां को करेगी सैल्यूट

देश के इतिहास में पहली बार कोई ट्रांसजेंडर दारोगा बनने जा रहा है और इसकी शुरुआत बिहार से हुई है।

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manvi madhu kashyap
देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा | Image: Social Media

बिहार के भागलपुर के एक छोटे से गांव की रहने वाली मानवी मधु कश्यप की आज हर तरफ चर्चा हो रही है। मधु ने परिवार ही नहीं पूरे राज्य का नाम गौरवान्वित किया है। दरअसल, मधु कश्यप देश की पहली ट्रांसजेंडर दारोगा बनी हैं। बिहार पुलिस अवर सेवा आयोग ने दारोगा के 1275 पदों पर वैकेंसी का रिजल्ट जारी किया है। इस परिणाम में तीन ट्रांसजेंडर सफल हुए हैं इनमें मधु का भी नाम शामिल है।


देश के इतिहास में पहली बार कोई ट्रांसजेंडर दारोगा बनने जा रहा है और इसकी शुरुआत बिहार से हुई है। तीन ट्रांसजेंडरों में 2 ट्रांस मैन है जबकि मधु एकलौती ट्रांसवुमन है। दारोगा भर्ती परीक्षा में सफल होकर मधु ने इतिहास रचा है। मधु ने एक वीडियो जारी कर सफलता के पीछे की मेहनत की कहानी सुनाई।


समाज के डर से दुप्टा ओढ़कर निकलती थी बाहर

 

मानवी मधु कश्यप दारोगा बनने के लिए परीक्षा की तैयारी साल 2021 से कर रही थी। उसने बताया कि वो पहचान छिपाने के लिए समाज के डर से दुप्टा ओढ़कर बाहर निकलती थी। वो पटना में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। मधु की मां भी बेटी से मिलने रात के अंधरे में छिपकर आया करती थी। वो अपने घर पिछले 9 नहीं से नहीं गई है। मगर अब मधु वर्दी पहनकर सम्मान से सबसे मिलने पहुंचेगी।


मां को वर्दी में करेगी सेल्यूट

मानवी ने बताया कि जब वो 9वीं क्लास में पढ़ती थीं तो पता चला कि वो सामान्य लड़की नहीं है। इसके बाद से वो धीरे-धीरे सामाज से कटना शुरू कर दी। परिवार में उसके अलावा दो बहनें और एक भाई है। अब मधु की सफलता से पूरा परिवार खुशी से फुले नहीं समा रहा है। मधु ने कहा कि अब सबसे पहले ट्रेनिंग पूरी करेंगी फिर वर्दी में अपने गांव जाकर मां को सैल्यूट करेंगी।

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मधु कश्यप का IPS बनना सपना

मधु कश्यप का सपना बस इस यहीं तक पहुंचना नहीं है बल्कि वो यूपीएससी क्लियर करके IPS अधिकारी बनना चाहती है।  उन्होंने आगे कहा कि मैं सबसे पहले सीएम नीतीश कुमार को धन्यवाद देना चाहती हूं। गुरु रहमान सर जिन्होंने मुझे यहां तक पहुंचाने में मदद की उनको भी तहे दिल से धन्यवाद देती हूं। आगे लंबी लड़ाई है और तानों को इंग्नोर करके आगे बढ़ते जाना है।

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 10 July 2024 at 12:29 IST