अपडेटेड 11 April 2025 at 13:45 IST
बिहार में इंद्र देवता का प्रकोप...आंधी, बारिश और बिजली गिरने से 2 दिनों में 80 लोगों की मौत से हड़कंप; जानिए कब तक है खतरा
बिहार में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश कहर बरपा रही है। वहीं, वज्रपात की अलग-अलग घटना में अब तक 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई है।
- भारत
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Bihar Weather Update: बिहार में आंधी-तूफान और बारिश का कहर जारी है। बारिश के साथ वज्रपात की घटना में बीते दो दिनों में 80 से अधिक लोगों की जान जली गई। बेमौसम बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिली मगर फसलों को भारी नुकसान हुआ है। वहीं, तेज आंधी-तूफान के की वजह से कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। कुदरत का कहर सबसे ज्यादा नालंदा जिले में देखने को मिला। यहां वज्रपात और आंधी-तूफान की घटना में 22 लोगों की मौत हो गई।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक बुधवार से बिहार में मौसम का रूख बदल गया। कई जिलों में तेज आंधी-तूफान के साथ बारिश हो रही है। राज्य में पिछले 48 घंटे में आंधी-बारिश और बिजली गिरने से जिन 80 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। इसके साथ ही फसलों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। सीएम नीतीश कुमार ने वज्रपात से हुई मौत पर दुख जताते हुए मुआवजे की घोषणा की है।
बिहार में ठनका से अब तक 82 की मौत
बिहार में बुधवार को आंधी, बारिश, वज्रपात और ठनका गिरने से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर अब 60 पहुंच गया है। वहीं,गुरुवार को 22 और लोगों की जान चली गई। दो दिनों में अब तक 82 लोगों के मरने की जानकारी मिली है। जानकारी के मुताबिक सबसे ज्यादा प्रभावित नालंदा हुआ है, यहां कुदरत के कहर में 22 लोगों की मौत हुई है। सीएम नीतीश ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है।
नालंदा जिले में 22 लोगों की मौत
नालंदा जिले में प्रचंड आंधी-तूफान में 22 लोगों की मौत हो गई। 6 लोगों की मौत एक मंदिर में हो गई जहां एक विशालकाया का पेड़ गिर गया। 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने के कारण शहर में भारी तबाही हुई है। कहीं दीवार गिरने तो कहीं आकाशीय बिजली और पेड़ गिरने की घटना की चपेट में आकर लोगों ने जान गंवाए तो बड़ी संख्या में लोग घायल हैं।
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IMD ने बताया कब मिलेगी राहत
IMD के अनुमान के मुताबिक बिहार में 13 अप्रैल तक मौसम का हाल ऐसा ही रहने वाला है। 13 अप्रैल तक राज्य के कई जिलों में आंधी-तूफान, बारिश और वज्रपात की घटना देखने को मिल सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण पश्चिम और उससे सटे दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक निम्न दवाब का क्षेत्र उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है। एक नया पश्चिमी विक्षोम पश्चिमी हिमालय क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है और इसका असर बिहार में देखने को मिल रहा है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 11 April 2025 at 13:45 IST