अपडेटेड May 2nd 2025, 14:25 IST
CM Dhami on Kedarnath Dhaam Door Opens: केदारनाथ धाम के कपाट आज यानि शुक्रवार की सुबह भक्तों के लिए खोल दिए गए। इस मौके पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि आज वह घड़ी आ रही गई जिसका सभी को बेसब्री से इंतजार था। उन्होंने बताया कि इस बार कपाट खुलने के दौरान मौके पर मौजूद रहने का सौभाग्य उन्हें भी मिला है।
भोले बाबा के भक्तों का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। 2 मई की सुबह करीब 7 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए। कपाट के खुलने का बेसब्री से इंतजार कर रहे श्रद्धालुओं ने मंदिर के अंदर जलती अखंड ज्योति के दर्शन किए। इसके बाद रुद्राभिषेक, शिवाष्टक, शिव तांडव स्रोत और केदाराष्टक के मंत्रों का जाप हुआ। 30 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गई है। इससे पहले अक्षय तृतीया के मौके पर गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट भक्तों के लिए खोल दिए गए थे। वहीं, बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खोले जाएंगे।
केदारनाथ धाम के कपाट आज श्रद्धालुओं के लिए खुलने पर सीएम धामी ने कहा कि मैं आप सभी का बाबा के इस पावन धाम पर स्वागत और अभिनंदन करता हूं। आज वह शुभ घड़ी आ गई जिसका इंतजार हम सभी करते हैं। मुझे भी इस बार गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने के अवसर पर वहां रहने का सौभाग्य प्राप्त हुआ।
उन्होंने आगे कहा कि आज से ठीक 2 दिन बाद भगवान बद्रीनाथ के दर्शन के लिए बद्रीनाथ मंदिर के कपाट भी खुलेंगे और यात्रा पूर्ण रूप से शुरू हो जाएगी। यात्रा को इस बार पूरी तरह से व्यवस्थित करने के लिए बीते सालों के हमारे अनुभवों के आधार पर सभी प्रयास किए गए हैं। देश-दुनिया से यहां आने वाले हमारे सभी श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम हो, सुरक्षित हो और उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो इसलिए हमने 2024 की यात्रा संपन्न होते ही 2025 यात्रा की तैयारियां शुरू कर दी थी।
उन्होंने यह भी कहा कि आज बहुत अच्छा दिन है। हमारे प्रधानमंत्री बाबा के अनन्य भक्त हैं। उनके नाम से यहां हर बार पहली पूजा होती है। इस बार भी पूजा की गई है कि बाबा उन्हें(प्रधानमंत्री मोदी) देश का नेतृत्व लंबे समय तक करने की शक्ति दें। हमारा प्रयास है कि इस यात्रा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह यात्रा सरल हो। यहां पर नवनिर्माण और पुन:निर्माण का कार्य 2014 के बाद से शुरू हुआ है। 2013 की आपदा के बाद यह पूरा परिसर क्षतिग्रस्त हो गया था। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में इस नवनिर्माण और पुन:निर्माण के कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने का हमारा प्रयास है।
2 मई को जब केदारनाथ धाम के कपाट खोले गए तो हजारों की संख्या में खड़े भक्त इस पावन पल के साक्षी बने। भोले बाबा के भक्तों में इस दौरान गजब का उत्साह देखने मिला। मंदिर परिसर जयकारों और ढोल-नगाड़ों की मधुर ध्वनि से गूंज उठा, जिससे वातावरण पूरी तरह से भक्तिमय हो गया।
केदारनाथ धाम यात्रा के लिए इस बार सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इसके लिए 4 महीने से तैयारी चल रही थी। पुलिस अधीक्षक (एसपी) अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने कहा कि यह यात्रा इतने बड़े पैमाने पर है कि हमारी प्राथमिकता श्रद्धालुओं की सुरक्षा है। सुरक्षा और प्रबंधन दोनों उद्देश्यों के लिए उचित सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। जान लें कि इस बार केदारनाथ मंदिर में मोबाइल फोन पर पाबंदी है। मंदिर परिसर में 30 मीटर के दायरे में मोबाइल के इस्तेमाल की अनुमति होगी। वहीं कोई रील या फोटो शूट करते पाए गया तो उसके मोबाइल फोन जब्त होंगे और जुर्माना भी लगेगा।
पब्लिश्ड May 2nd 2025, 09:45 IST