अपडेटेड 18 September 2025 at 09:08 IST

पाकिस्तान पर हमले का मतलब है सऊदी अरब पर अटैक... ऑपरेशन सिंदूर के बाद दो मुस्लिम देशों की बड़ी डील, अब भारत के जवाब से कांप जाएंगे शहबाज!

India Issues Statement on Saudi Arab Pakistan Defence Deal: बुधवार को रियाद के महलों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत किसी एक देश पर अटैक दोनों देशों पर हमला माना जाएगा।

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PM Modi-Shehbaz- Mohammed bin Salman
PM Modi-Shehbaz- Mohammed bin Salman | Image: X/AP

India Issues Statement on Saudi Arab Pakistan Defence Deal: बुधवार को रियाद के महलों में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने एक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते के तहत किसी एक देश पर अटैक दोनों देशों पर हमला माना जाएगा।

अब इस मामले में भारत सरकार का भी जवाब आया है। विदेश मंत्रालय ने एक पोस्ट के जरिए पाकिस्तान-सऊदी डील पर करारा जवाब दिया है।

आपको बता दें कि दशकों से पाकिस्तान और सऊदी अरब बिना किसी औपचारिक संधि के सुरक्षा साझेदार के रूप में काम करते रहे हैं। पाकिस्तान ने 1967 से अब तक 8,200 से ज्यादा सऊदी सैन्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया है, और दोनों देशों ने नियमित रूप से संयुक्त अभ्यास किए हैं। सऊदी अरब, इस्लामाबाद को तेल और वित्तीय सहायता का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता रहा है।

विदेश मंत्रालय ने क्या कहा?

विदेश मंत्रालय ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "हमने सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच एक रणनीतिक पारस्परिक रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर की रिपोर्ट देखी है। सरकार को इस बात की जानकारी थी कि यह घटनाक्रम, जो दोनों देशों के बीच एक लंबे समय से चले आ रहे समझौते को औपचारिक रूप देता है, विचाराधीन था। हम अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक स्थिरता पर इस घटनाक्रम के प्रभावों को परखेंगे। सरकार भारत के राष्ट्रीय हितों की रक्षा और सभी क्षेत्रों में व्यापक राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।"

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क्या है ये यमझौता?

एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि इस समझौते का उद्देश्य 'रक्षा सहयोग के पहलुओं को विकसित करना' और 'किसी भी आक्रमण के खिलाफ संयुक्त प्रतिरोध को मजबूत करना' है।

हालांकि, रियाद द्वारा इस्लामाबाद के साथ समझौते पर हस्ताक्षर करने के बावजूद अधिकारियों ने तुरंत इस बात पर जोर दिया कि भारत के साथ सऊदी अरब के संबंध 'पहले से कहीं अधिक मजबूत' हैं। एक वरिष्ठ सऊदी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर रॉयटर्स को बताया, "भारत के साथ हमारे संबंध पहले से कहीं अधिक मजबूत हैं। हम इस संबंध को आगे बढ़ाते रहेंगे और क्षेत्रीय शांति में हर संभव योगदान देने का प्रयास करेंगे।"

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 18 September 2025 at 09:08 IST