अपडेटेड 24 March 2025 at 16:21 IST

Asaduddin Owaisi: वक्फ बिल पर भड़के ओवैसी, कहा-यह विधेयक असंवैधानिक, मुसलमानों के खिलाफ एक प्रोजेक्ट है जो धर्म से दूर...

असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी आपत्ति जताते हुए इसे सरकार की ओर से मुसलामानों के उनकी इबादत से दूर करने की शाजिश करार दिया है।

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Asaduddin owaisi
Asaduddin owaisi | Image: Facebook

Asaduddin Owaisi: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ संशोधन विधेयक पर अपनी आपत्ति जताते हुए इसे सरकार की ओर से मुसलामानों के उनकी इबादत से दूर करने की शाजिश करार दिया है।

AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रोग्राम बनाया है, वह सही प्रोग्राम है। दिल्ली में भी ऐसा ही प्रदर्शन हुआ था। यह विधेयक असंवैधानिक है। यह हमारी धार्मिक आजादी को छीनता है। यह मुसलमान के वक्फ बोर्ड में गैर-मुसलमान को सदस्य बना कर उसके कामकाज में रुकावट पैदा करना चाहते हैं, यह आर्टिकल 14, 25 और 26 का उल्लंघन है। इसलिए ये प्रोटेस्ट हो रहा है।

वक्फ बोर्ड में दूसरे धर्म का मेंबर कैसे बन सकता है? - ओवैसी

ओवैसी ने कहा कि जब किसी और धर्म के बोर्ड में उसी धर्म के लोग मेंबर बन सकतें है तो इस वक्फ बोर्ड में दूसरे धर्म का मेंबर कैसे बन सकता है? जब वहां पर 'लिमिटेशन एक्ट' अप्लाई नहीं होता तो यहां पर 'लिमिटेशन एक्ट' अप्लाई कैसे हो सकता है? जो लोग एन्क्रोचर हैं, उन्हें मलिक बनाना चाह रहे हैं और बक्फ बाईयूजर को इस तरह रख रहे हैं कि डिस्प्यूट है या गवर्नमेंट प्रॉपर्टी पर वक्फ पोजीशन नहीं होगा।

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मुसलमानों को धर्म से दूर करने की कोशिश- ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी ने कहा अब डिस्प्यूट पैदा हो गया संभल की मस्जिद में तो वो वक्फ का नहीं रहेगा? पार्लियामेंट के सामने मस्जिद है, दिल्ली सरकार कहती है कि वह गवर्नमेंट प्रॉपर्टी है, अगर यह बिल कानून बनेगा तो वह बोलेंगे की मस्जिद सरकारी जमीन है। दिल्ली में 123 प्रॉपर्टी ऐसी हैं यह वक्फ के प्रोटेक्शन के लिए, वक्फ की इनकम में इजाफा करने के लिए, वक्फ की एंक्रोचमेंट हटाने के लिए नहीं लाया गया बिल यह प्रोजेक्ट है मुसलमान के खिलाफ कि उनको उनके रिलिजन से दूर करना है, उनके रिलिजियस प्रेक्टिस से दूर करना है। वक्फ हमारे लिए इबादत है, एक वरशिप है उससे महरूम करना चाहते हैं। यह असल मकसद है। बीजेपी और आरएसएस की कोशिश यही है। 

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Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 24 March 2025 at 16:21 IST