अपडेटेड 25 January 2024 at 09:07 IST
'जय श्री राम' 'योगीराज जिंदाबाद' और.. कुछ इस तरह से BJP कार्यकर्ताओं ने किया अरुण योगीराज का स्वागत
BJP Workers Welcome Arun Yogiraj: भगवान रामलला की भव्य मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर जोरदार स्वागत किय
- भारत
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अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर की शोभा बढ़ा रही रामलला की मूर्ति को बनाने वाले अरुण योगीराज का बुधवार को बेंगलुरु पहुंचने पर शानदार स्वागत हुआ।
योगीराज की मूर्ति उन तीन मूर्तियों में से एक थी जिसे अयोध्या मंदिर ट्रस्ट द्वारा चुना गया। मूर्तिकार के केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के साथ ही बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी (BJP) कार्यकर्ता माला लेकर उनका स्वागत करने के लिए उमड़ पड़े।
बेंगलुरु: राम लला की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार योगीराज अरुण ने कहा, "लोग मुझे जो प्यार दिखा रहे हैं, उसके लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। मैं इस अवसर के लिए भगवान का बहुत आभारी हूं। भगवान राम की मूर्ति बनाने के लिए इस्तेमाल किया गया पत्थर मैसूर जिले का है। मुझे लगता है कि यह भगवान… pic.twitter.com/WR4ZRDeesR
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 24, 2024
इस दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं ने 'जय श्री राम' और 'योगीराज जिंदाबाद' के नारों के बीच उन पर पुष्प वर्षा कर उनका जोरदार स्वागत किया। कार्यकर्ताओं ने कहा कि मूर्तिकार ने भगवान राम की मूर्ति बनाकर राज्य और अपने शहर मैसूर को गौरवान्वित किया है। हवाईअड्डे पर मौजूद योगीराज की पत्नी विजेता ने कहा कि वह बेहद खुश हैं कि उनके पति ने एक इतिहास रचा है।
मूर्ति चुने जाने के लिए मां ने जताई थी खुशी
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति का चयन किया गया। अब 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। अरुण योगीराज की बनाई मूर्ति चयन होने पर उनकी मां ने कहा था कि मैं अपने बेटे की सफलता को देखकर बहुत खुश हूं। आज उसके पिता उसकी सफलता को देखने के लिए नहीं हैं। अरुण 6 महीने पहले यहां से अयोध्या गया था। उन्होंने कहा था कि यह हमारे लिए सबसे खुशी का पल है, मैं उन्हें मूर्ति बनाते हुए देखना चाहती थी, लेकिन उन्होंने कहा कि वह मुझे आखिरी दिन ले जाएंगे, मैं स्थापना के दिन जाऊंगी।
कौन हैं अरुण योगीराज?
भगवान रामलला की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज देश के मशहूर मूर्तिकारों में से एक हैं। ऐसा नहीं है कि वो इस प्रोफेशन में नए हों इसके पहले भी उनकी पांच पीढ़िया इसी काम को करती आई है। भगवान रामलला के अलावा देश भर में अरुण की बनाई गई मूर्तियों की मांग बहुत ज्यादा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी कला की प्रशंसा की थी। रामलला की मूर्ति के अलावा अरुण ने दिल्ली के इंडिया गेट के पास लगी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा, मैसूर के चुंचनकट्टे में 21 फीट ऊंची हनुमानजी की प्रतिमा और केदारनाथ स्थित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के अलावा कई प्रसिद्ध मूर्तियों का निर्माण कर चुके हैं।
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Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 25 January 2024 at 06:45 IST