अपडेटेड 8 January 2025 at 14:41 IST
मस्जिदों में कुआं होता है, बरगद की पूजा होती है क्या इस मुद्दे पर तो आपको सनातन के साथ आना चाहिए? अनुराग भदौरिया ने दिया जवाब
अनुराग भदौरिया ने कहा कि सनातन बहुत बड़ा है। सनातन को जानने के लिए आपको सनातन पढ़ना पड़ेगा, समझना पड़ेगा और उसके पदचिन्हों पर चलना पड़ेगा।
- भारत
- 2 min read

Mahakumbh Mahasammelan: रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के 'महाकुंभ महासम्मेलन' में BJP प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी, यूपी के पूर्व मंत्री मोहसिन रजा और सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनुराग भदौरिया के बीच संभल मुद्दे को लेकर जोरदार बहस हुई। जहां सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया ने कहा कि संभल में कानून व्यवस्था फेल हो गया। तो राकेश त्रिपाठी ने उन पर दंगाईयों का साथ देने का आरोप लगाया।
वहीं, रिपब्लिक के मंच पर जब सपा के प्रवक्ता से श्री हरिहर मंदिर और जामा मस्जिद को लेकर सवाल किया गया। उनसे पूछा गया कि ऐसा कहां होता है जहां मस्जिदों के अंदर हिंदुओं के प्रतीकों के चिन्ह मिलें? क्या मस्जिदों में कुएं की पूजा होती है? बरगद के पेड़ की पूजा होती है? क्या है वह मुद्दे पर सनातनियों के साथ आएंगे?
सनातन धर्म किसी का अपमान करना नहीं सिखाता- अनुराग भदौरिया
इस पर अनुराग भदौरिया ने कहा कि सनातनियों के साथ तो हम हैं ही। सनातनी सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। वो लोग सनातनी नहीं है, जो दूसरे धर्मों का अपमान करने की बात करते हैं। वो सनातनी नहीं है, हिंदू भी नहीं है। हिंदू और सनातन धर्म नहीं सिखाता किसी धर्म का अपमान करना।
इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि सनातन बहुत बड़ा है। सनातन को जानने के लिए आपको सनातन पढ़ना पड़ेगा, समझना पड़ेगा और उसके पदचिन्हों पर चलना पड़ेगा, जो आप करना नहीं चाहते हो।
Advertisement
जोर-शोर से दावा कर रहे हम सनातनी हैं, यही बदलाव है- राकेश त्रिपाठी
अनुराग भदौरिया के बयानों पर BJP प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि रिपब्लिक भारत के मंच पर कितनी जोर-शोर से इस बात का दावा किया जा रहा है कि हम सनातनी हैं। यही तो बदलाव है।
‘ये लोग डुबकी लगाने जाएंगे तो मां गंगा डूबो देंगी…’
कार्यक्रम में सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया से महाकुंभ में स्नान करने जाने के सवाल पर मोहसिन रजा ने कहा, "ये राम के पापी लोग हैं, डुबकी लगाने जाएंगे तो मां गंगा डूबो देंगी।" मोहसिन ने आगे कहा कि राम के द्वार पर श्रद्धालुओं की हत्या करा कर पार्टी बड़ी कर ली। ये नहीं जा सकते स्नान करने। किस मुंह से जाएंगे ये डुबकी लगाने।
Advertisement
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 8 January 2025 at 14:41 IST