अपडेटेड 13 June 2025 at 16:44 IST
Air India: दर्दनाक... प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाले पायलट सभरवाल ने नहीं की थी शादी, पिता को किया गया वो वादा; जो रह गया अधूरा
अहमदाबाद में प्लेन क्रैश में जान गंवाने वाले पायलट सभरवाल ने अपने पिता से आखिरी बार एक वादा किया था, जो अब अधूरा रह गया।
- भारत
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Ahmedabad Plane Crash : अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश के बाद पूरा देश शोक में डूबा हुआ है, हर किसी के मुंह से ये सोचकर ही सिसकारियां निकल रही है कि, विमान में सवार 241 लोगों और होस्टल में मौजूद लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।कुल मिलाकर इस हादसे में 265 लोगों की जान गई है। इनमें विमान के पायलेट सुमित सबरवार भी शामिल थे, सुमित सबरवार ने आखिरी बार अपने पिता से एक वादा किया था, जो वादा उनकी मौत के बाद अधूरा रह गया।
एयर इंडिया की फ्लाइट AI171 हवा को चीरती हुई अहमदाबाद की जमीन की ओर गिरती चली आई। किसी को कुछ समझने का मौका नहीं मिला। कुछ ही सेकंड में आसमान से आग का गोला बना विमान मेडिकल हॉस्टल पर गिर पड़ा। न कोई अलार्म, न कोई चेतावनी बस एक धमाका और फिर हर तरफ चीखें। हादसे में ना सिर्फ 265 लोगों की मौत हुई बल्कि कई घर उजड़ गए, कोई अपनी मां को ढूंढ रहा है तो, कईयों ने अपने पिताओं को खो दिया, किसी के भाई तो किसी की बहन, कितने लोगों ने अपनों को खो दिया और वो लोग जो शायद अब कभी लौट के घर नहीं आ पाएंगे, इतनी उम्मीदे और सपने सिर्फ चंद सेकंड में खत्म हो गए और सांसे रूक गई। परिजनों के लिए ये एक ऐसा घाव है जो कभी नहीं भर पाएगा। इस हादसे में जान गंवाने वाले पायलट सुमित सभरवाल की कहानी भी कुछ ऐसी ही है। 8,300 घंटों का एक्सपीरियंस लेकर गुरुवार को अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने वाले पायलट सुमित सभरवाल ने अपने 90 साल के पिता से वादा किया था कि वो जल्द ही नौकरी छोड़ देंगे।
कौन थे सुमित सभरवाल?
मुंबई में पवई के रहने वाले सुमित पिछले कई सालों से पायलट के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। इस दौरान वो सिंगल ही रहे। सुमित अपने 90 साल के बुजर्ग पिता के साथ रहते थे। लंदन के लिए आखिरी उड़ान भरने से कुछ दिन पहले सुमित ने अपने पिता से वादा किया था कि वो जल्दी ही नौकरी छोड़ देंगे और पूरा समय उनका ख्याल रखा करेंगे। लेकिन नीयति को कुछ और ही मंजूर था। पिता से किया सुमित का वादा उनके साथ ही चला गया। अब ना वो वादा रहा और ना ही उसको पूरा करने वाले सुमित, अब कोई चीज बची है तो 90 साल के बुजुर्ग पिता की आंखों में आंसू और ढेर सारी यादें। अब इन्हीं यादों और उस अधूरे वादे के साथ बुजुर्ग पिता का बाकी का जीवन बीतेगा। अपने जवान बेटे की मौत का मातम मनाते पिता को देखकर हर कोई भावुक हो जा रहा है। सुमित एक अनुभवी पायलट थे। पड़ोसियों ने बताया कि बुजुर्ग पिता अब पूरी तरह से टूट चुके हैं।
प्लेन की वो चीखें, जो कभी नहीं थमेगी
12 जून 2025 को दोपहर 1 बजकर 38 मिनट पर, जब लोग लंच कर रहे थे, कुछ नींद पूरी कर रहे थे, कुछ भविष्य के डॉक्टर हॉस्टल में किताबों में झुके थे। उसी वक्त, आसमान से अचानक विमान नीचे गिर पड़ा। एयर इंडिया की फ्लाइट AI171, बोइंग 787-8 (VT-ANB) जमीन की ओर गिरती चली आई। किसी को कुछ समझने का मौका नहीं मिला। कुछ ही सेकंड में आसमान से आग का गोला बना विमान, मेडिकल हॉस्टल पर गिर पड़ा।
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265 जिंदगियां खत्म
242 लोग उस विमान में सवार थे, 229 यात्री, 12 क्रू मेंबर। उनमें से 241 अब सिर्फ नाम हैं और जलते शवों की राख हैं। सिर्फ एक व्यक्ति बचा, जो सदमे में है और शांत है। उसकी आंखें उस जलते जहाज को घूर रही हैं। प्लेन जिस हॉस्टल पर गिरा, वहां भी मेडिकल छात्रों की मौत हो गई। सपनों के शहर में, सपने राख हो गए।
अस्पतालों में लाशों की कतारें लगीं, DNA टेस्ट के लिए परिजनों की भीड़ उमड़ी। कुछ मांओं के हाथों में बेटे की तस्वीर थी, तो किसी की जेब में सिर्फ बोर्डिंग पास। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद हादसे वाली जगह देखने पहुंचे। जले हॉस्टल की ईंटों के बीच चुपचाप खड़े रहे। वहां अब सिर्फ राख थी और एक सन्नाटा, जिसमें एक शहर चीख उठा। मलबे से फ्लाइट का DVR बरामद हो चुका है। सरकार ने हाई-लेवल जांच कमेटी बना दी है। लेकिन सवाल वहीं हैं क्या मानवीय भूल थी? या कई तकनीकी खराबी? या कुछ और? हवाओं में चीखों की गूंज ने पूरे देश को हिला कर रखा दिया है।
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Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 13 June 2025 at 16:44 IST