अपडेटेड 25 June 2024 at 20:58 IST

मुंबई के घाटकोपर होर्डिंग हादसा मामले में महाराष्ट्र सरकार का बड़ा एक्शन, IPS कैसर खालिद सस्पेंड

मुंबई के घाटकोपर इलाके में पिछले महीने होर्डिंग गिरने के मामलें में राज्य सरकार ने एक्शन लेते हुए IPS कैसर खालिद को सस्पेंड कर दिया है।

Follow : Google News Icon  
Hoarding collapses in Mumbai's Ghatkopar
Hoarding collapses in Mumbai's Ghatkopar | Image: Republic Digital

Mumbai Ghatkopar Hoarding Collapse Incident: देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के घाटकोपर इलाके में पिछले महीने होर्डिंग गिरने से 16 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस हादसे पर महाराष्ट्र सरकार ने सख्त एक्शन लेते हुए IPS कैसर खालिद को सस्पेंड कर दिया है। 

घाटकोपर होर्डिंग हादसे पर रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

महाराष्ट्र के मुंबई में पिछले माह विशालकाय होर्डिंग गिरने की घटना पर एक प्रौद्योगिकी संस्थान ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह होर्डिंग जहां लगाया गया था वह नींव कमजोर थी। प्रौद्योगिकी संस्थान ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट पुलिस को सौंपी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आदर्श स्थिति यह है कि शहर में लगे किसी भी होर्डिंग को हवा की 158 किलोमीटर प्रति घंटे की गति को सहने में सक्षम होना चाहिए लेकिन घाटकोपर में लगा बिलबोर्ड हवा की केवल 49 किलोमीटर प्रति घंटे की गति ही सह पाया।

इस वजह से गिरा था होर्डिंग

Advertisement

एक अधिकारी ने बताया कि घटना वाले दिन हवा की गति 87 किलोमीटर प्रति घंटा थी जब यह होर्डिंग धराशायी हो गया था। अधिकारियों के अनुसार, 13 मई को धूल भरी आंधी और बेमौसम बारिश के दौरान एक बड़ा होर्डिंग पास के पेट्रोल पंप पर गिर गया था जिससे 17 लोगों की मौत हो गई और 74 अन्य घायल हो गए थे। बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने वीरमाता जीजाबाई प्रौद्योगिकी संस्थान (वीजेटीआई) से होर्डिंग गिरने के कारणों का पता लगाने का अनुरोध किया था।

'जानबूझकर की गई लापरवाही'

Advertisement

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि संस्थान ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट मुंबई अपराध शाखा को सौंपी। अपराध शाखा ही इस मामले की जांच कर रही है। अधिकारी ने रिपोर्ट के हवाले से बताया ,‘‘ होर्डिंग जिस स्थान पर लगाया गया था वजह उचित नहीं थी और नींव कमजोर थी।’’ उन्होंने बताया कि ‘वीजेटीआई’ के तकनीकी विशेषज्ञों ने घटना के बाद ढांचे की नींव और ढेर के नमूने एकत्र किए थे।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘होर्डिंग की क्षमता को देखते हुए यह साबित होता है कि यह संबंधित व्यक्तियों (आरोपी) की ओर से जानबूझकर की गई लापरवाही थी और यह ईश्वर की मर्जी नहीं थी।’’ होर्डिंग लगाने वाली विज्ञापन कंपनी के निदेशक भावेश भिंडे को घटना के बाद गिरफ्तार कर लिया गया था।

(इनपुट पीटीआई-भाषा)

इसे भी पढ़ें: लोकसभा स्पीकर के चुनाव में ये 7 सांसद नहीं डाल सकेंगे वोट

Published By : Deepak Gupta

पब्लिश्ड 25 June 2024 at 20:57 IST