अपडेटेड 17 July 2025 at 17:14 IST
Aadhaar Update: कहीं बंद ना हो जाए आधार कार्ड, UIDAI ने जारी किया अलर्ट, अभी फ्री में करवाएं ये काम; बाद में लगेगा इतना चार्ज
UIDAI ने आधार कार्ड अपडेशन को लेकर अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत साल तक के सभी बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य करना अनिवार्य कर दिया है। जानतें हैं UIDAI के नए अपडटे के बारे में
- भारत
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UIDAI Aadhaar Update Alert: आधार (Aadhaar Card) आज के समय में पहचान के लिए सबसे महत्वपूर्ण डॉक्यूमेंट में एक हो गया है। अब हर छोटे-बड़े सरकारी और प्राइवेट काम के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है, ऐसे में Aadhaar Card कार्ड का अपडेट होना बहुत जरूरी है। भारत में आधार, बच्चों से लेकर बड़ों तक यानी हर आयुवर्ग के लिए हैं। UIDAI ने बाल आधार के लिए अलर्ट जारी किया है। जानते हैं UIDAI के बड़े अपडेट के बारे में...
यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने (UIDAI) ने बाल आधार (Baal Aadhaar) के अलर्ट जारी किया है। इसमें कहा गया है कि 5 से 7 साल के बच्चों के आधार कार्ड बायोमैट्रिक अपडेट कराना जरूरी हो गया है। दरअसल, बच्चों के आधार कार्ड को 5 साल और 15 साल की उम्र पर अपडेट कराना जरूरी होता है और इसे लेकर अब नया अपडेट आया है। UIDAI ने 7 साल तक के सभी बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य करने का निर्देश दिया है। ये काम अभी बिल्कुल फ्री में हो सकता है। 7 साल के बाद इससे अपडेट कराने से 100 रुपए चार्ज लगेंगे।
UIDAI का क्या है बड़ा अपडेट?
केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बच्चों के आधार कार्ड में नए अपडेट को लेकर दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मंत्रालय ने बताया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) ने ऐसे सभी बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अपडेट को अनिवार्य कर दिया है, जिन्होंने 7 वर्ष की आयु पूरी कर ली है। बायोमेट्रिक एक अनिवार्य प्रक्रिया है जो पहले से ही आधार नियमों का हिस्सा है।
अभी फ्री में यहां होगा आधार अपडेट
UIDAI ने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों की उम्र 7 वर्ष पूरी होने पर नजदीकी आधार सेवा केंद्र में जाकर मुफ्त में यह अपडेट जरूर करवाएं। इसके तहत बच्चे के फोटो, फिंगरप्रिंट और आईरिस स्कैन लिए जाएंगे, जिससे भविष्य में पहचान को लेकर किसी भी तरह की समस्या न हो।
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आधार अपडेट कराना क्यों जरूरी?
बता दें कि बच्चों का आधार कार्ड जन्म के समय या शुरुआती वर्षों में बिना बायोमेट्रिक जानकारी के बनाया जाता है। लेकिन जब बच्चा सात साल का हो जाता है, तो उसकी फिंगरप्रिंट और आंखों की पुतलियों (आईरिस) की स्कैनिंग कराना आवश्यक हो जाता है। यह अपडेट बच्चे की पहचान को और अधिक सटीक और सुरक्षित बनाने के लिए जरूरी होता है। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित उम्र में यह बायोमेट्रिक अपडेट नहीं कराया गया, तो भविष्य में आधार से जुड़ी सेवाओं का लाभ उठाने में परेशानी हो सकती है।
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Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 17 July 2025 at 17:14 IST