अपडेटेड 31 May 2025 at 10:32 IST
Iceberg A23a: एक आइसबर्ग, जो दुनिया की नींद उड़ाए है वो अब खुद खतरे की स्थिति में आ चुका है। A23a आइसबर्ग दुनिया का सबसे विशाल हिमखंड है और अब वो तेजी से टूटने लगा है। संकट इस बात का है कि A23a आइसबर्ग के टूटने से समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र भी खतरे में है और इससे जहाजों की आवाजाही भी प्रभावित हो सकती है। नई सैटेलाइट तस्वीरें हैरान कर रही हैं, जिनमें सामने आया है कि ये विशाल हिमखंड अब बिखर सकता है।
A23a आइसबर्ग साल 1986 में Filchner-Ronne Ice Shelf से अलग हुआ था। कई सालों तक ये अंटार्कटिक के पास फंसा रहा। दिसंबर 2024 में ये वहां से निकलकर उत्तर की ओर बहना शुरू हुआ। ये वो क्षेत्र है, जिसे अक्सर "हिमखंड कब्रिस्तान" कहा जाता है, जहां अंटार्कटिका के बड़े हिमखंड आखिरकार पिघल जाते हैं और खत्म हो जाते हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दक्षिण जॉर्जिया के अंटार्कटिक द्वीप के आसपास हजारों की संख्या में छोटे-छोटे बर्फ के टुकड़े बनने लगे हैं। इन बर्फीले टुकड़ों में कई किलोमीटर तक लंबे हैं, जो समुद्री मार्गों और जीवन के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। NASA की Earth Observatory के मुताबिक, Aqua सैटेलाइट से मिली तस्वीरों में देखा गया है कि A23a के किनारे, खासकर उत्तरी किनारे, तेजी से विघटित हो रहे हैं। नतीजा ये है कि आसपास का समुद्री इलाका बर्फ के मलबे से ढक गया है।
वर्तमान में A23a का सतही क्षेत्रफल लगभग 3100 वर्ग किलोमीटर (1,200 वर्ग मील) है, जो करीब-करीब कतर देश के बराबर है। हालांकि, A23a का ये खिताब जल्द ही छिन भी सकता है, क्योंकि यूएस नेशनल आइस सेंटर के अनुसार, दूसरा सबसे बड़ा हिमखंड D15A, A23a से सिर्फ 31 वर्ग किलोमीटर (12 वर्ग मील) छोटा है। इसको भी समझना होगा कि A23a से सबसे बड़ा टुकड़ा A23c भी अलग हुआ था, जिसका क्षेत्रफल लगभग 130 वर्ग किलोमीटर (50 वर्ग मील) है। ये टुकड़ा अब दक्षिण दिशा में बह रहा है।
पब्लिश्ड 31 May 2025 at 10:32 IST