अपडेटेड 5 December 2025 at 09:11 IST
IndiGo Crisis: 24 घंटों में 550 फ्लाइट कैंसिल, यात्रियों का टूटा सब्र का बांध तो इंडिगो ने मांगी माफी; कब तक खींच सकता है संकट?
IndiGo Crisis: इंडिगों की सैंकड़ों उड़ानें प्रभावित हो रही हैं। कई फ्लाइट घंटों लेट है, तो बड़ी संख्या में उड़ानों को रद्द भी किया जा रहा है। इस संकट के बीच अब कंपनी ने अपने यात्रियों से माफी मांगी। साथ ही ये भी बताया कि संचालन सामान्य करने में अभी कितना समय लगेगा।
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IndiGo Crisis: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन कंपनी पिछले 3 दिनों से गंभीर ऑपरेशनल समस्याओं से जूझ रही है, जिसके चलते सैकड़ों फ्लाइट्स कई-कई घंटों तक लेट हो रही हैं। तो बहुत बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द भी हो रही हैं, जिससे यात्रियों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। पिछले 24 घंटों में 550 से भी ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई है। इसकी वजह से दिल्ली से लेकर मुंबई, बेंगुलुरु समेत देशभर में कई एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी का माहौल है। इन सबके बीच इंडिगों ने यात्रियों से माफी मांगी और जल्द से जल्द समस्या को ठीक करने का आश्वासन दिया।
साथ ही साथ एयरलाइन ने डायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से नियमों में छूट मांगी और बताया कि संचालन सामान्य करने में अभी तीन महीने का समय लग सकता हैं। इस पर DGCA ने भी इंडिगो से सुधार के लिए कुछ जरूरी पहलुओं पर काम के लिए कहा है।
दिल्ली-मुंबई से लेकर चेन्नई के एयरपोर्ट्स पर अफरा-तफरी
रिपोर्ट्स के मुताबिक न्यूज एजेंसी के मुताबिक गुरुवार को दिल्ली-मुंबई समेत 10 से अधिक एयरपोर्ट पर 550 से ज्यादा फ्लाइट्स रद्द हुई। अकेले दिल्ली एयरपोर्ट पर इंडिगो की 172 उड़ानें कैंसिल हुईं। इसके अलावा मुंबई में 118, बेंगलुरु में 100, हैदराबाद में 75, कोलकाता में 35, चेन्नई में 26, गोवा में 11, जयपुर में 4 और इंदौर में 3 उड़ानें भी रद्द हुईं।
इंडिगो ने बयान में क्या कहा?
भारी संकट के बीच इंडिगो ने देर रात एक बयान जारी किया, जिसमें एयरलाइन की ओर से माफी मांगी गई। कंपनी ने कहा, "पिछले दो दिनों में इंडिगो के नेटवर्क और ऑपरेशन में बहुत ज्यादा रुकावट आई है। हम अपने सभी कस्टमर्स और इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स से दिल से माफी मांगते हैं, जिन पर इन घटनाओं का असर पड़ा है। इंडिगो की टीमें MOCA, DGCA, BCAS, AAI और एयरपोर्ट ऑपरेटर्स के सपोर्ट से पूरी मेहनत से काम कर रही हैं और इन देरी के असर को कम करने और नॉर्मल हालात वापस लाने की पूरी कोशिश कर रही हैं।"
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इंडिगो ने कहा कि हम अपने कस्टमर्स को उनकी शेड्यूल्ड फ्लाइट्स में किसी भी बदलाव के बारे में बताते रहते हैं और उन्हें सलाह देते हैं कि एयरपोर्ट जाने से पहले https://goindigo.in/check-flight-status.html पर लेटेस्ट स्टेटस चेक कर लें। इंडिगो को हुई परेशानी के लिए बहुत अफसोस है और वह जल्द से जल्द अपने ऑपरेशन्स को ठीक करने पर फोकस कर रहा है।
फरवरी 2026 तक क्यों मांगा समय?
इस बीच DGCA ने गुरुवार को एयरलाइन के अधिकारियों से मुलाकात की। एयरलाइन कंपनी ने FDTL नियमों में 10 फरवरी तक के लिए छूट मांगी है। इंडिगो ने बताया कि स्थिति सामान्य करने में अभी तीन महीने का समय लग सकता है।
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DGCA के मुताबिक इंडिगो ने पैसेंजर की परेशानी कम करने और सेफ्टी मार्जिन बनाए रखने के लिए ने 10 फरवरी 2026 तक A320 ऑपरेशन के लिए खास FDTL प्रोविजन से ऑपरेशनल बदलाव/छूट की रिक्वेस्ट की है। इंडिगो ने DGCA को भरोसा दिलाया है कि सुधार के काम चल रहे हैं और 10 फरवरी 2026 तक नॉर्मल और स्टेबल ऑपरेशन पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे।
क्या है संकट के पीछे की असल वजह?
इंडिगो की मौजूदा क्राइसिस की असल वजह नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिट (FDTL) नियम है। इन नियमों का मकसद पायलटों की थकान कम करने के साथ ही फ्लाइट्स की सुरक्षा को बढ़ाना है। नए नियमों के अनुसार, एयरलाइन क्रू सदस्यों के लिए अधिकतम काम के घंटे निर्धारित किए गए हैं। वहीं, नाइट शिफ्ट के लिए भी नियम बनाए गए। पायलट रात के समय दो से ज्यादा लैंडिंग नहीं करेंगे और क्रू सदस्य भी दो लगातार रात्रि ड्यूटी के बाद फिर नाइट शिफ्ट नहीं करेंगे।
इन नए रूल्स के चलते एयरलाइंस को अपने ड्यूटी शेड्यूल, नाइट-लैंडिंग प्लान और वीकली रेस्ट चार्ट को दोबारा तैयार करना पड़ा। वैसे तो DGCA ने इस पॉलिसी को लेकर जनवरी 2025 में ही सभी एयरलाइंस को जानकारी दे दी थी। यह भी बताया गया था कि एफडीटीएल का दूसरा फेज 1 नंवबर से लागू हो जाएगा।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 5 December 2025 at 09:11 IST