अपडेटेड 16 December 2024 at 08:40 IST
5 रुपये से शुरुआत करने वाले Zakir Hussain के बारे में ये बातें जानते हैं आप? हिला डालेगी नेट वर्थ
Zakir Hussain Death: मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है। उन्होंने तबला वादन के साथ साथ एक्टिंग भी की थी। जानिए उनकी नेट वर्थ-
- मनोरंजन समाचार
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Zakir Hussain Death: दुनियाभर में नाम कमाने वाले तबला वादक जाकिर हुसैन का 73 साल की उम्र में निधन हो गया है। उनका अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में इलाज चल रहा था जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। परिवार उनकी मौत की पुष्टि कर चुका है।
परिजनों का कहना है कि उनकी मौत इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस की वजह से हुई है। उनका पिछले दो हफ्तों से अस्पताल में इलाज चल रहा था। बाद में तबीयत बिगड़ने के चलते उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया। अब उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया है। ऐसे में चलिए जानते हैं कि जाकिर हुसैन थे कौन जिन्होंने पद्म विभूषण और पांच ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किए।
कौन थे जाकिर हुसैन?
उस्ताद जाकिर हुसैन का जन्म मुंबई में 9 मार्च 1951 को हुआ था। उनके पिता उस्ताद अल्ला रक्खा भी एक मशहूर तबला वादक थे। जाकिर ने 3 साल की उम्र में ही अपने पिता से मृदंग बजाना सीख लिया था और 12 साल की उम्र में स्टेज पर परफॉर्म करने लग गए थे। वो बर्तनों से भी धुन निकाल लेते थे। उनका पहला परफॉर्मेंस अमेरिका में हुआ जिसके लिए उन्हें 5 रुपये मिले। बाद में जाकिर ने एक इंटरव्यू में कहा था- मैंने जिंदगी में खूब दौलत कमाई लेकिन वो 5 रुपये मेरे लिए सबसे ज्यादा कीमती रहेंगे।
जाकिर हुसैन ने वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से संगीत में डॉक्टरेट की उपाधि हासिल की और हर साल औसतन 150 संगीत कार्यक्रम करते थे। उन्हें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने ऑल-स्टार ग्लोबल कॉन्सर्ट में परफॉर्म करने के लिए व्हाइट हाउस में न्योता दिया था।
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तबला वादक के साथ-साथ एक्टर भी थे जाकिर हुसैन
जाकिर हुसैन को एक्टिंग का भी शौक था और उन्होंने अपने करियर में 12 फिल्में की थीं। वो 1997 में फिल्म ‘साज’ में शबाना आजमी के साथ नजर आ चुके हैं। साथ ही ‘हीट एंड डस्ट’ और ‘द परफेक्ट मर्डर’ में भी काम किया। 1973 में उन्होंने अपना पहला एल्बम 'लिविंग इन द मैटेरिल वर्ल्ड' रिलीज किया था। वो आइकॉनिक पॉप बैंड द बीटल्स के साथ भी कोलैबोरेट कर चुके हैं। 1971 में उन्होंने एक अमेरिकी साइकेडेलिक बैंड शांति के साथ भी रिकॉर्डिंग की। उन्होंने 1975 में जॉन मैकलॉघलिन, एल शंकर, टीएच 'विक्कू' विनायकम और आर. राघवन के साथ बैंड शक्ति में काम किया था।
पांच ग्रैमी अवॉर्ड जीतकर रचा इतिहास
जाकिर हुसैन को 1988 में पद्म श्री, 2002 में पद्म भूषण और 2023 में पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया। 1992 में उन्होंने पहला ग्रैमी जीता, 2009 में दूसरा ग्रैमी और फिर 2024 में 66वें ग्रैमी अवार्ड्स में एक ही रात में तीन ट्रॉफी जीकर इतिहास रच दिया। बात करें उनकी नेट वर्थ की तो मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जाकिर हुसैन एक परफॉर्मेंस के लिए करीब 5-10 लाख रुपये लेते थे। उनकी नेट वर्थ 9 करोड़ रुपये बताई जाती है।
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Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 16 December 2024 at 08:40 IST