अपडेटेड 2 September 2025 at 11:35 IST

फिल्मों को नेगिटिव रिव्यू देने वाले इंफ्लुएंसर्स की अब खैर नहीं, जबरन वसूली के खिलाफ प्रोड्यूसर्स ने दी लीगल एक्शन ली धमकी

IFTPC ने एक प्रेस रिलीज जारी कर ऐसे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की आलोचना की गई, जो प्रोड्यूसर्स से पैसे वसूलने के लिए उनकी फिल्मों को नेगेटिव रिव्यू देने की धमकी देते हैं। साथ ही उन पर एक्शन की भी बात कही गई है।

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iftpc action on reviews
iftpc action on reviews | Image: Instagram

Entertainment News: हर हफ्ते सिनेमाघरों और ओटीटी पर कई फिल्में दस्तक देती हैं। फिल्म रिलीज होते ही इंटरनेट पर उसके रिव्यू की भी बाढ़-सी आ जाती है। कई लोग तो फिल्म देखकर बड़ी ही ईमानदारी से उसकी अच्छाई या बुराई करते हैं। हालांकि अब प्रोड्यूसर्स का कहना है कि कुछ इंफ्लुएंसर ऐसे भी हैं जो प्रोड्यूसर्स से पैसे ऐंठने के लिए खराब रिव्यू करते हैं, जिससे उनकी फिल्मों को नुकसान होता है। इंडियन फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स काउंसिल (IFTPC) ने ऐसे इंफ्लुएंसर्स पर एक्शन लेने की बात कही है।

375 से ज्यादा प्रोड्यूसर्स के ग्रुप IFTPC ने 1 सितंबर को एक स्टेंटमेंट जारी किया। प्रेस रिलीज में ऐसे सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स की आलोचना की गई, जो प्रोड्यूसर्स से पैसे वसूलने के लिए उनकी फिल्मों को नेगेटिव रिव्यू देने की धमकी देते हैं।

‘प्रोड्यूसर्स से करते हैं पैसों की डिमांड’

प्रेस रिलीज में कहा गया, "कुछ सालों में परेशान करने वाला ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जिसमें कुछ सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर्स खतरनाक हरकतों में शामिल हो रहे हैं। ये लोग फिल्मों, वेब सीरीज और अन्य ऑडियो-विजुअल कंटेंट को लेकर को लेकर खराब और अपमानजनक रिव्यू या फिर रिएक्शन वीडियो पोस्ट करने की धमकी देते हैं और प्रोड्यूसर्स से पैसे की डिमांड करते हैं। उनकी मांग पूरी नहीं होती, तो जानबूझकर किसी प्रोजेक्ट के खिलाफ नेगेटिव कैंपेन चलाने लगते हैं, जिससे उस प्रोजेक्ट की रिसेप्शन और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर बुरा असर पड़ता है।"

IFTPC की ओर से जारी इस स्टेंटमेंट में साफ किया गया कि काउंसिल और इसके मेंबर्स सही और ईमानदार क्रिटिसिज्म के खिलाफ नहीं है। वो सही और कंस्ट्रक्टिव क्रिटिसिज्म का स्वागत करते हैं, लेकिन इनमें से कुछ बेईमान लोगों की ओर से की जा रही जबरन वसूली असल मायनों में रिव्यू के दायरे से बहुत आगे निकल जाती हैं। इससे भारतीय फिल्म और मनोरंजन इंडस्ट्री की रचनात्मक और अर्थव्यवस्था पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।

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लीगल एक्शन लेने की तैयारी में IFTPC

IFTPC ने कहा कि इसलिए अब इन जबरन वसूली की प्रथाओं पर तुरंत और निर्णायक रोक लगाने के लिए ये फैसला हुआ है कि देश के जाने-माने वकीलों से सलाह ली जाएगी। जिससे ये पता लगाया जा सके कि कानून में कौन-कौन से सिविल और क्रिमिनल ऑप्शंस मौजूद हैं।

बता दें कि IFTPC जिसने ये बयान जारी किया, उससे काउंसिल में कई बड़े फिल्ममेकर और प्रोडक्शन हाउस जुड़े हुए हैं। इसमें आमिर खान, अब्बास-मस्तान, अजय देवगन, एकता कपूर, आशुतोष गोवारिकर, संजय लीला भंसाली, मधुर भंडारकर, अक्षय कुमार, नाडियाडवाला ग्रैंडसंस, डिज्नी, EROS और संजय दत्त जैसे नाम शामिल हैं।

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मोहित सूरी ने किया था खुलासा

'सैयारा' डायरेक्टर मोहित सूरी ने एक इंटव्यू में खुलासा किया था कि किस तरह से उनसे फोन पर कई बार कांटेक्ट किया गया और फिल्म को पॉजिटिव रिव्यू देने के लिए डील ऑफर हुई। सूरी ने यह भी बताया कि उनकी शर्तें न मानने पर फिल्म को खराब रिव्यू लिखने की भी बात कही गई। इस पर उन्होंने कहा कि लिखे दो, मुझे तो वैसे भी पढ़ना नहीं है। फिल्म बनाना मेरा काम है और उसे देखना है या नहीं ये दर्शकों का फैसला है। 

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Published By : Ruchi Mehra

पब्लिश्ड 2 September 2025 at 11:35 IST