पब्लिश्ड 09:52 IST, February 2nd 2025
ममता कुलकर्णी से क्यों छीना गया महामंडलेश्वर का ताज? वो 5 वजह जिसके कारण 7 दिन में किन्नर अखाड़े से हुईं बाहर
Mamta Kulkarni: किन्नर अखाड़े को सबसे बड़ी आपत्ति इस बात से है कि ममता कुलकर्णी को सीधे महामंडलेश्वर की उपाधि कैसे दी गई।

Mamta Kulkarni Expelled From Kinnar Akhara: 90 के दशक में अपनी अदाओं और एक्टिंग से फैंस के दिलों पर राज करने वाली एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी इन दिनों काफी चर्चा में हैं। हाल ही में उन्होंने संन्यास दीक्षा लेकर किन्नर अखाड़ा में प्रवेश किया और महाकुंभ में उन्हें किन्नर अखाड़े का महामंडलेश्वर बना दिया गया। ममता कुलकर्णी को जब से ये ताज पहनाया गया तब से ही सोशल मीडिया और संत समाज में खलबली मची हुई थी।
बागेश्वर धाम के महंत धीरेंद्र शास्त्री से लेकर योग गुरु बाबा रामदेव तक ने इसका विरोध किया था। बवाल बढ़ने के बाद ममता कुलकर्णी को बड़ा झटका लगा और ये उपाधि मिलने के 7 दिन के अंदर किन्नर अखाड़ा ने उन्हें महामंडलेश्वर के पद से हटा दिया। आइए नजर डालते हैं उन 5 वजहों पर, जिसके चलते ममता को महामंडलेश्वर पद से हटाने का फैसला किया गया।
ममता को महामंडलेश्वर पद से क्यों हटाया गया?
किन्नर अखाड़े के संस्थापक ऋषि अजय दास ने ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर पद से हटाने का फैसला किया। अखाड़े ने एक बयान जारी कर इसके पीछे की कुछ मुख्य बिंदुओं पर प्रकाश डाला। आइए जानते हैं कि किन परिस्थितियों ने किन्नर अखाड़े को मजबूर कर दिया, जिसके चलते आखिरकार उन्हें 7 दिन बाद ही अपनी पदवी हटानी पड़ी।
पहली वजह- किन्नर अखाड़े को सबसे बड़ी आपत्ति इस बात से है कि ममता कुलकर्णी को सीधे महामंडलेश्वर की उपाधि कैसे दी गई। उनका कहना है कि ममता कुलकर्णी को पहले संन्यासी बनकर त्याग का मार्ग अपनाना चाहिए था। अखाड़े का सुझाव है कि अगर इस प्रोटोकॉल का पालन किया गया होता, तो मौजूदा विवाद से बचा जा सकता था। किन्नर अखाड़े की ओर से जारी आधिकारिक बयान में यह रुख साफ तौर पर बताया गया है।
दूसरी वजह- ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर के पद से हटाने की दूसरी वजह ये है कि जब वो बॉलीवुड की एक्ट्रेस थीं तब उनका नाता कई तरह के विवादों से जुड़ चुका है। रिपोर्ट के मुताबिक 1990 के दशक में उनके टॉपलेस फोटोशूट पर किन्नर अखाड़े के कई सदस्यों ने आपत्ति जताई थी।
तीसरी वजह- ममता कुलकर्णी का नाम कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड से भी जुड़ा था। आरोप हैं कि कुलकर्णी ने फिल्म इंडस्ट्री छोड़ दी और कथित ड्रग किंगपिन विक्की गोस्वामी से दुबई में शादी कर ली। एक समय पर, उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया था। उन पर देशद्रोह और संगठित अपराध से संबंध रखने का आरोप लगाया गया है।
चौथी वजह- महामंडलेश्वर बनने के लिए एक बुनियादी नियम यह है कि व्यक्ति को संन्यासी होना चाहिए और सिर-मुंडन समारोह से गुजरना होगा। यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि सिर-मुंडन समारोह के बिना संन्यास वैध नहीं माना जाता है। हालाँकि, ममता कुलकर्णी संन्यासी नहीं थीं और न ही उन्होंने मुंडन संस्कार कराया था।
पांचवीं वजह- किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुसार अखाड़े के संन्यासियों को गले में वैजन्ती माला पहननी होती है। हालांकि, ममता कुलकर्णी ने रुद्राक्ष माला पहनी थी। ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर की उपाधि किन्नर अखाड़े के नियमों के अनुरूप नहीं थी।
अपडेटेड 09:52 IST, February 2nd 2025