अपडेटेड 25 November 2025 at 09:20 IST
धर्मेद्र के निधन से पाकिस्तान में भी शोक, पूर्व क्रिकेटर का छलका दर्द; शोले फिल्म को याद कर इस तरह दी श्रद्धांजलि
Dharmendra Death: पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने धर्मेंद्र के निधन पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने एक्टर को लीजेंड बताया और कहा कि वह पाकिस्तान में भी काफी मशहूर थे।
- मनोरंजन समाचार
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Dharmendra: बॉलीवुड के दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र 89 की उम्र में दुनिया को अलविदा कह गए। सोमवार, 24 नवंबर 2025 को उन्होंने जुहू स्थित अपने घर में ही अंतिम सांस ली। बॉलीवुड के 'ही-मैन' कहे जाने वाले धर्मेंद्र के निधन से सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान भी गमगीन है। एक्टर के दुनिया छोड़कर चले जाने से पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने दुख जाहिर किया है।
राशिद लतीफ ने समाचार एजेंसी IANS से बात करते हुए कहा, 'धर्मेंद्र जी लीजेंड थे। उनकी शोले फिल्म ऑल टाइम क्लासिक है। वह पूरे उपमहाद्वीप में एक शानदार विरासत छोड़कर गए हैं। वह पाकिस्तान में भी काफी मशहूर थे। उन्हें मेरी श्रृद्धांजलि।'
89 साल की उम्र में आखिरी सांस ली
धर्मेंद्र कुछ समय से बीमार चल रहे थे। वो अस्पताल में काफी दिनों से भर्ती थे। इसके बाद उन्हें घरवालों की सहमति से घर में शिफ्ट किया गया। लेकिन बताया गया कि उनकी तबीयत में ज्यादा सुधार नहीं था। सोमवार को उन्होंने 89 साल की उम्र में आखिरी सांस ली।
पवन हंस श्मशान भूमि में हुआ अंतिम संस्कार
धर्मेंद्र का अंतिम संस्कार विले पार्ले स्थित पवन हंस श्मशान भूमि में किया गया है। अंतिम संस्कार में बॉलीवुड की दिग्गज हस्तियां भी पहुंची थीं। अभिताभ बच्चन से लेकर शबाना आजमी तक उनके अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
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धर्मेंद्र का करियर
धर्मेंद्र का जन्म 8 दिसंबर, 1935 को पंजाब में लुधियाना के पास एक छोटे से गांव नसराली में हुआ था। एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले धर्मेंद्र ने कभी सपने में भी नहीं सोचा होगा कि वे बॉलीवुड के सबसे चहेते हीरो बन जाएंगे। 1960 में आई अर्जुन हिंगोरानी की फिल्म 'दिल भी तेरा हम भी तेरे' से उनका सफर शुरू हुआ, जो एक सादगी भरी प्रेम कहानी थी।
धर्मेंद्र का फिल्मी करियर एक ऐसा एल्बम है, जिसका हर पन्ना यादगार है। 1970 के दशक में वे 'एक्शन हीरो' के रूप में धूम मचाने लगे। 1975 में रिलीज हुई 'शोले' उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बनी। वीरू के किरदार में उनका डायलॉग 'बसंती, इन कुत्तों के सामने मत नाचना' आज भी पॉपुलर है।
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कॉमेडी में उनकी धमक 'चुपके चुपके' (1975) में देखने को मिली, जहां अमिताभ, जया बच्चन और शर्मिला टैगोर के साथ उनका टाइमिंग का कमाल आज भी हंसाता है। 'राम बलराम' (1976) जैसी मसाला फिल्मों से वे आम आदमी के हीरो बने। कुल मिलाकर, 300 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाले धर्मेंद्र ने हर किरदार से लोगों के दिलों को छुआ। जिंदगी के रंगमंच से विदाई ले चुके दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र अब आखिरी बार 25 दिसंबर को रिलीज हो रही फिल्म 'इक्कीस' में नजर आएंगे।
Published By : Ankur Shrivastava
पब्लिश्ड 25 November 2025 at 09:20 IST