अपडेटेड 13 December 2024 at 09:05 IST
Raj Kapoor: राज कपूर की 100वीं जयंती पर विशेष कार्यक्रम, शामिल हाेंगी कई फिल्मी हस्तियां
उत्सव में 40 शहरों के 135 सिनेमाघरों में राज कपूर की 10 प्रतिष्ठित फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इनमें पीवीआर-आइनॉक्स और सिनेपोलिस थिएटर शामिल हैं।
- मनोरंजन समाचार
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Raj Kapoor 100th Birth Anniversary: देश की मनोरंजन राजधानी मुंबई में दिवंगत फिल्म निर्माता-अभिनेता राज कपूर के शताब्दी समारोह का आयोजन किया जाएगा। मुंबई के अंधेरी पश्चिम इलाके में आयोजित होने वाले इस भव्य कार्यक्रम में भारतीय फिल्म उद्योग के दिग्गज एक साथ नजर आएंगे।
कार्यक्रम में रणधीर कपूर, करिश्मा कपूर, करीना कपूर खान, रणबीर कपूर, आलिया भट्ट और अन्य सहित पूरा कपूर परिवार दिवंगत फिल्म निर्माता को सम्मानित करने के लिए एकजुट होगा। रेखा, जितेंद्र, संजय लीला भंसाली, राजकुमार हिरानी और करण जौहर, आमिर खान, ऋतिक रोशन, अनिल कपूर, विक्की कौशल, कार्तिक आर्यन, सनी देओल और बॉबी देओल सहित हिंदी सिनेमा के सबसे बड़े सितारे पीवीआर इन्फिनिटी मॉल में होने वाले इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
भव्य समारोह में आर.के. फिल्म्स, फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन और एनएफडीसी-नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ इंडिया राज कपूर 100 ग्रेटेस्ट शोमैन की शताब्दी का जश्न मना रहे हैं।
इस उत्सव में 40 शहरों के 135 सिनेमाघरों में राज कपूर की 10 प्रतिष्ठित फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। इनमें पीवीआर-आइनॉक्स और सिनेपोलिस थिएटर शामिल हैं। 'आग', 'बरसात', 'आवारा', 'श्री 420', 'जागते रहो', 'जिस देश में गंगा बहती है', 'संगम', 'मेरा नाम जोकर', 'बॉबी' और 'राम तेरी गंगा मैली' जैसी फिल्में इस दौरान दिखाई जाएंगी।
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यह कार्यक्रम न केवल भारतीय सिनेमा में राज कपूर के अद्वितीय योगदान का सम्मान करता है, बल्कि फिल्म उद्योग के दिग्गज लोगों को एक साथ लाता है ताकि पीढ़ियों से चली आ रही फिल्मों के जादू का जश्न मनाया जा सके।
भारत की सबसे बड़ी सिनेमाई शक्तियों में से एक राज कपूर की शताब्दी 14 दिसंबर 2024 को मनाई जाएगी। उनका जन्म पेशावर (वर्तमान पाकिस्तान) में हुआ था, और वे अभिनेता पृथ्वीराज कपूर के सबसे बड़े बेटे थे। राज कपूर ने कई फिल्मों में अभिनय किया और उनका निर्माण किया, जिसके लिए उन्हें तीन राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों सहित कई पुरस्कार मिल चुके हैं।
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उनकी फिल्में ‘आवारा’ और ‘बूट पॉलिश’ क्रमशः 1951 और 1955 के कान फिल्म फेस्टिवल में पुरस्कार के लिए प्रतिस्पर्धा में शामिल थीं। कला में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने उन्हें 1971 में पद्म भूषण से सम्मानित किया। उन्हें 1988 में सिनेमा में देश का सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया गया था।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 13 December 2024 at 09:05 IST