अपडेटेड 19 June 2025 at 09:16 IST

By Election: चार राज्यों की 5 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए वोटिंग शुरू, 23 जून को आएंगे नतीजे

देश के चार राज्यों केरल, पंजाब, पश्चिम बंगाल और गुजरात में विधानसभा उपचुनाव के लिए कड़ी सुरक्षा के लिए मतदान शुरू हो गया है।

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By Election Voting | Image: ANI

देश के चार राज्यों की पांच विधानसभा सीटों पर आज, 19 जून को उपचुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। सुबह 7 बजे से ही वोटिंग केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखी जा रही है। केरल के नीलांबुर, पंजाब के लुधियाना पश्चिम, पश्चिम बंगाल के कालीगंज और गुजरात के विसावदर और कड़ी विधानसभा उपचुनाव के लिए वोट डाले जा रहे हैं। चुनाव के नतीजे 23 जून को आएंगे।

मतदान शांतिपूर्ण और निष्पक्ष ढंग से संपन्न कराने के लिए चुनाव आयोग की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं और हर बूथ पर पुलिस बल तैनात है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेता भी अपने मताधिकार का प्रयोग करने मतदान केंद्र पर पहुंच रहे हैं। लुधियाना पश्चिम विधानसभा सीट से कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु ने एक मतदान केंद्र पर वोट डाला।

भारत भूषण आशु ने किया मतदान

कांग्रेस उम्मीदवार भारत भूषण आशु ने कहा, मैंने अपना संवैधानिक कर्तव्य पूरा किया है और सभी मतदाताओं से भी ऐसा करने की अपील करता हूं। बता दें कि AAP ने संजीव अरोड़ा, कांग्रेस ने भारत भूषण आशु, भाजपा ने जीवन गुप्ता और SAD ने परोपकार सिंह घुम्मन को लुधियाना पश्चिम उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है।

केरल और पश्चिम बंगाल में वोटिंग

केरल के नीलांबुर विधानसभा उपचुनाव के लिए UDF उम्मीदवार आर्यदान शौकत ने वीट्टीकुथ सरकारी एलपी स्कूल स्थित बूथ नंबर 184 पर अपना वोट डाला। LDF ने एम स्वराज, UDF ने आर्यदान शौकत और भाजपा ने एडवोकेट मोहन जॉर्ज को इस उपचुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। वहीं, पश्चिम बंगाल के कालीगंज उपचुनाव के लिए भाजपा उम्मीदवार आशीष घोष ने नादिया में एक मतदान केंद्र पर अपना वोट डाला।

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 ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहला चुनाव

यह उपचुनाव काफी अहम माने जा रहे हैं क्योंकि पहलगाम अटैक और ऑपरेशन सिंदूर के बाद यह पहला चुनाव है। इनमें सामने आएगा कि जनता किसकी तरफ जाती है। इन पांच सीटों पर उपचुनाव इसलिए हो रहे हैं क्योंकि या तो विधायक का निधन हुआ था या फिर उन्होंने इस्तीफा देकर पार्टी बदल ली थी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन सीटों के नतीजे न सिर्फ क्षेत्रीय समीकरणों को बल्कि राष्ट्रीय राजनीति की दिशा को भी प्रभावित कर सकते हैं।
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 19 June 2025 at 08:23 IST