अपडेटेड 19 November 2024 at 12:05 IST
UP By Election: उपचुनाव से पहले बुर्का पर बवाल, सपा बोली- न हो मुस्लिम महिलाओं की तलाशी; BJP ने घेरा
समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाए कि लोकसभा चुनाव के समय उसके समर्थकों खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं से उनके बुर्के उतरवाए, जिससे महिलाओं में डर पैदा हुआ।
- चुनाव न्यूज़
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UP By Elections: उत्तर प्रदेश में उपचुनावों के लिए वोटिंग से ठीक पहले समाजवादी पार्टी ने बड़ा आरोप लगाया है। समाजवादी पार्टी ने निर्वाचन आयोग को 6 पन्नों का एक लंबा चौड़ा पत्र लिखा है, जिसमें मांग की गई है कि मतदान के दिन मतदाताओं का पहचान पत्र कोई पुलिसकर्मी चेक ना करे। इसके पीछे का कारण बताते हुए सपा ने लिखा है कि पुलिसकर्मी सपा समर्थकों खासकर मुस्लिम महिलाओं के पहचान के बहाने नकाब (बुर्का) उठाने से वो भयभीत हो जाती है।
उत्तर प्रदेश में 9 विधानसभा सीटों के लिए बुधवार, 20 नवंबर को वोटिंग होनी है। इन सीटों में गाजियाबाद, खैर (अलीगढ़), मीरापुर (मुजफ्फरनगर), कुंदरकी (मुरादाबाद), करहल (मैनपुरी), फूलपुर (प्रयागराज), सीसामऊ (कानपुर), मझवां (मिर्जापुर) और कटेहरी (अंबेडकरनगर) शामिल हैं। यूपी में बीजेपी और समाजवादी पार्टी के बीच मुख्य मुकाबला है। हालांकि उपचुनाव के लिए वोटिंग से पहले समाजवादी पार्टी ने वोटिंग प्रक्रिया से जुड़े सवाल उठाए हैं।
सपा ने क्या-क्या मांगे उठाईं?
समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रमुख श्याम लाल पाल ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को पत्र लिखकर आग्रह किया कि 20 नवंबर को होने वाले राज्य उपचुनाव में कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता की मतदाता पहचान पत्र की जांच ना करे। पत्र में श्याम लाल पाल ने मांग की कि निर्वाचन अधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को लिखित आदेश जारी किया जाए कि 20 नवंबर (मतदान की तारीख) को 'कोई भी पुलिसकर्मी किसी भी मतदाता के पहचान पत्र की जांच नहीं करेगा'।
पत्र में कहा गया है- 'लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान मतदान केंद्रों पर तैनात पुलिस अधिकारियों ने अपनी शक्ति और पद का दुरुपयोग किया। सपा समर्थकों, खासकर मुस्लिम महिला मतदाताओं से उनके बुर्के उतरवाए, जिससे महिलाओं में डर पैदा हुआ। इससे चुनाव प्रभावित हुआ और मतदान केंद्रों पर मतदान में गिरावट आई।' श्याम लाल पाल ने ये भी दावा किया कि 9 विधानसभा उपचुनाव क्षेत्रों में सपा समर्थकों खासकर मुस्लिम समुदायों की आबादी वाले क्षेत्रों में बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) ने मतदाता पर्चियां नहीं बांटी हैं।
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सपा नेता ने UP CEO को लिखे पत्र में आगे आरोप लगाया कि करहल विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में BJP प्रत्याशी अनुजेश प्रताप सिंह चुनाव को प्रभावित कर रहे हैं। पत्र में कहा गया है, 'ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने के लिए मतदान के दिन मतदान केंद्रों पर अनुजेश प्रताप सिंह की शत-प्रतिशत गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए एक वीडियोग्राफर नियुक्त करे।'
सपा के आरोपों पर बीजेपी का जवाब
फिलहाल समाजवादी पार्टी के इन आरोपों पर भारतीय जनता पार्टी ने भी जवाब दिया है। बीजेपी के प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने प्रतिक्रिया दी- 'समाजवादी पार्टी अपनी संभावित हार को देखते हुए पेशबंदी पर उतर आई है। समाजवादी पार्टी ये जान रही है कि उपचुनाव जीतना उसके लिए मुश्किल है, इसलिए ठीकरा कैसे फोड़ा जा सके, कारण कैसे गिनाए जा सकें, इसके लिए वो पहले से प्रयास कर रहे हैं।'
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बीजेपी प्रवक्ता ने कहा- 'बुर्के में किसी का वोट कराना ये निश्चित तौर पर गैरकानूनी है। मतदाता पहचान पत्र से पहचान होना जरूरी है। ये निर्वाचन की पारदर्शिता के लिए भी जरूरी है। मगर समाजवादी पार्टी जानबूझकर पोलिंग पार्टियों पर कैसे दबाया जा सकता है, कैसे निर्वाचन कर्मियों पर अनावश्यक दबाव बनाया जा सके, उसके लिए ये डिमांड कर रही है। जो निर्वाचक नियमावली है उसका अनुपालन होना चाहिए और हर मतदाता की पहचान करके ही उसका वोट पड़ना चाहिए।'
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 19 November 2024 at 11:51 IST