अपडेटेड 29 October 2024 at 16:07 IST
Maharashtra Elections: NCP ने नवाब मलिक को दिया टिकट, मानखुर्द शिवाजी नगर से बनाया उम्मीदवार
Maharashtra Elections: NCP ने नवाब मलिक को मानखुर्द शिवाजी नगर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। अपनी उम्मीदवारी के ऐलान पर उन्होंने अजीत पवार का आभार जताया है।
- चुनाव न्यूज़
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Maharashtra Elections: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में एनसीपी नेता नवाब मलिक के टिकट को लेकर जारी सस्पेंस अब खत्म हो गया है। एनसीपी ने नवाब मलिक को मानखुर्द शिवाजी नगर से पार्टी का उम्मीदवार बनाया है। अपनी उम्मीदवारी के ऐलान पर उन्होंने अजीत पवार का आभार जताया है।
नवाब मलिक की उम्मीदवारी में सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने उम्मीदवारी घोषित किए जाने से पहले ही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से नामांकन दाखिल कर दिया था, साथ ही उन्होंने एक निर्दलीय उम्मीवार के तौर पर भी नामांकन भरा था।
पहले किया नामांकन फिर उम्मीदवारी का ऐलान
नामांकन के बाद नवाब मलिक ने कहा कि मैंने एनसीपी के उम्मीदवार के रूप में और एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन भरा है। मुझे पार्टी का एबी फॉर्म नहीं मिला है, अगर यह समय के भीतर आता है, तो मैं एनसीपी उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा अन्यथा एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ूंगा। नवाब मलिक के नामांकन के कुछ ही देर बार उनके एनसीपी से टिकट दिए जाने की खबर सामने आ गई। एनसीपी नवाब मलिक को मानखुर्द शिवाजी नगर से अपना उम्मीदवार बनाया है।
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महाराष्ट्र में कुल 9.63 करोड़ मतदाता- चुनाव आयोग
चुनाव आयोग के मुताबिक “महाराष्ट्र में कुल मतदाताओं की संख्या 9.63 करोड़ है, जिनमें से 4.97 करोड़ पुरुष और 4.66 करोड़ महिला मतदाता हैं। पहली बार मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 20.93 लाख है। महाराष्ट्र में 1,00,186 मतदान केंद्र हैं, इस बार भी हम PWD और महिलाओं द्वारा संचालित बूथ बनाएंगे।”
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मौजूदा दौर में किसके पास कितनी सीटें?
महाराष्ट्र में विधानसभा की 288 सीटे हैं और बहुमत का आकड़ा 145 सीट है। फिलहाल 201 सीटों के साथ महायुति गठबंधन सत्ता पर काबिज है, जबकि महाविकास अघाड़ी अलायंस के पास अभी कुल 67 सीटे ही हैं।
दिलचस्प होगा इस बार का चुनाव
महाराष्ट्र का विधानसभा चुनाव इस बार कई मायनों में खास होने वाला है। पिछले पांच सालों में राज्य की सियासी हवा काफी बदल चुकी है। जो पिछले चुनाव में साथ थे, उनका इन चुनावों में आमना सामना होगा। साल 2019 में हुए विधानसभा चुनाव में BJP और शिवसेना (उद्धव गुट) ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था। दोनों ने साथ में बहुमत भी हासिल किया, लेकिन चुनाव के बाद तीन दशक पुराना यह गठबंधन टूट गया था। CM पद को लेकर लंबे समय तक चली खींचतानी के बाद BJP और शिवसेना (उद्धव गुट) की राहें अलग हो गई थीं।
Published By : Deepak Gupta
पब्लिश्ड 29 October 2024 at 16:07 IST