अपडेटेड 2 November 2024 at 08:44 IST
Maharashtra Election: अखिलेश ने बढ़ाई MVA की टेंशन, महाराष्ट्र में M फैक्टर के जरिए साधा समीकरण
Maharashtra: उत्तर प्रदेश में PDA फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में M-मुस्लिम, फैक्टर पर दांव लगाया है।
- चुनाव न्यूज़
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Maharashtra Election: महाराष्ट्र का चुनावी रण तैयार है और सारे योद्धा मैदान में उतर चुके हैं। राजनीतिक दलों के सामने चुनौतियां अपनी-अपनी हैं, मगर महाविकास आघाड़ी यानी MVA के लिए उनके साथी ही चुनौती देने को खड़े हैं। MVA के भीतर सीटों को लेकर तलवारें शुरुआत से ही निकली हुई थीं। आखिरी दौर पर सीटों का बंटवारा हुआ ही नहीं। यही वजह है कि महाराष्ट्र में अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी ने बगावत करते हुए अपने दम पर चुनाव लड़ने का फैसला लिया है।
महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी 9 विधानसभा सीटों पर लड़ रही है। इन सभी सीटों पर कैंडिडेट उतारे जा चुके हैं और वो अपना नामांकन भी भर चुके हैं। महाराष्ट्र में पर्चा दाखिल करने की आखिरी तारीख 29 अक्टूबर तक थी। दिलचस्प ये है कि उत्तर प्रदेश में PDA (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) फॉर्मूले पर चुनाव लड़ने वाली समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में 'M' (मुस्लिम) फैक्टर पर दांव लगाया है, जो महाविकास आघाड़ी यानी MVA के लिए और भी बड़ी मुसीबत बन गया है।
सपा ने किसे कहां से टिकट दिया?
- अबु आसिम आजमी: मानखुर्द शिवाजी नगर (मुंबई)
- रईस शेख: भिवंडी ईस्ट (जिला ठाणे)
- रियाज आझमी: भिवंडी वेस्ट (जिला ठाणे)
- निहाल अहमद: सेंट्रल मालेगांव (जिला नाशिक)
- इरशाद जागीरदार: धुले सिटी
- देवानंद साहेबराव रोचकरी: तुलजापुर (जिला धाराशिव)
- रेवण विश्वनाथ भोसले: परांडा (जिला धाराशिव)
- डॉ. अब्दुल गफार कादरी सय्यद: औरंगाबाद ईस्ट
- सईद खान: भायखला (मुंबई)
महाराष्ट्र में 'M' फैक्टर का समीकरण समझिए
सपा की इस लिस्ट में रेवण विश्वनाथ भोसले और देवानंद साहेबराव रोचकरी को छोड़ दिया जाए तो 'M' फैक्टर स्पष्ट दिखाई देता है। 9 में से 7 मुस्लिम चेहरों पर समाजवादी पार्टी ने दांव खेला है। 'M' फैक्टर के जरिए समीकरण को समझा जाए तो वोटों का बिखराव एमवीए को तगड़ा नुकसान पहुंचा सकता है।
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इसे ऐसे समझिए कि महाराष्ट्र में तकरीबन महाराष्ट्र की कुल 11.24 करोड़ आबादी का 11.56 प्रतिशत हिस्सा यानी लगभग 1.3 करोड़ मुसलमान राज्य में है। राज्य की 288 विधानसभा सीटों में से 38 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहां मुसलमान कम से कम 20 प्रतिशथ आबादी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनमें 9 निर्वाचन क्षेत्र ऐसे हैं, जहा उनकी आबादी 40 फीसदी से ज्यादा है। मालेगांव सेंट्रल 75 प्रतिशत से अधिक मुस्लिम आबादी वाले निर्वाचन क्षेत्र है। मानखुर्द शिवाजी नगर में लगभग 53 प्रतिशत, भिवंडी ईस्ट में करीब 51 प्रतिशत, भिवंडी वेस्ट में 49.5 फीसदी और भायखला में करीब 41.5 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है। इन सीटों पर समाजवादी पार्टी ने कैंडिडेट खड़े किए हैं। इसके जरिए फिलहाल अखिलेश यादव ने महाराष्ट्र में ऐसा 'चरखा दांव' खेल दिया है कि MVA के लिए सीटें बचा पाना भारी हो जाएगा।
MVA ने किया था अखिलेश को इग्नोर!
MVA में कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी शामिल है। ये तीनों पार्टियां INDI गठबंधन में समाजवादी पार्टी की साझीदार भी हैं। इसीलिए महाराष्ट्र में अखिलेश यादव INDI गठबंधन के तहत सीट मांग रहे थे। हालांकि महाराष्ट्र के चुनाव में MVA दलों ने सीट बंटवारे में समाजवादी पार्टी को इग्नोर कर दिया। सीटें नहीं मिलने पर खुद अखिलेश यादव ने कहा था- 'जो हमें (MVA) इग्नोर कर रहे हैं, उनसे पूछो।' अखिलेश ने यहां तक कह दिया था कि राजनीति में त्याग की कोई जगह नहीं है। बावजूद इसके महाराष्ट्र में कांग्रेस, शिवसेना-उद्धव ठाकरे और एनसीपी-शरद पवार ने समाजवादी पार्टी को अपना सहयोगी नहीं बनाया है।
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महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होना है मतदान
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 20 नवंबर को होने हैं, जबकि सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतगणना 23 नवंबर को होगी। 2019 के विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी ने 105 सीटें, शिवसेना ने 56 और कांग्रेस ने 44 सीटें जीती थीं। 2014 में बीजेपी ने 122 सीटें, शिवसेना ने 63 और कांग्रेस ने 42 सीटें हासिल की थीं।
बहरहाल, सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी अलायंस MAV, दोनों ने राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों में जीत हासिल करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है। बीजेपी, शिवसेना (एकनाथ शिंदे गुट) और अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन का हिस्सा है। कांग्रेस, शरद पवार की एनसीपी और उद्धव ठाकरे की शिवसेना को साथ लेकर मैदान में उतरी है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 2 November 2024 at 08:44 IST