अपडेटेड 15 May 2024 at 10:00 IST
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक बार फिर से वेस्टर्न मीडिया को जमकर लताड़ लगाई है। दरअसल, भारत में हो रहे चुनाव पर विदेशी मीडिया कई तरह से नकारात्मक कवरेज कर रही है। इसके बारे में जब विदेश मंत्री एस जयशंकर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिन देशों को चुनाव परिणाम तय करने के लिए कोर्ट जाना पड़ता है, वे चुनाव कराने पर हमें ज्ञान दे रहे हैं।
बता दें, ऐसा पहली बार नहीं है, जब भारत के विदेश मंत्री ने विदेशी मीडिया की बोलती बंद की है। इससे पहले भी कई बार ऐसे मौके आए हैं, जब विदेशी मीडिया ने भारत के ऊपर उंगली उठाई तो विदेश मंत्री ने अपने जवाबों से उनकी बोलती बंद कर दी।
उन्होंने विदेशी मीडिया पर कटाक्ष करते हुए कहा कि पश्चिमी देशों को लगता है कि उन्होंने पिछले 200 सालों से दुनिया को प्रभावित किया है, इसलिए वे अपनी पुरानी आदतों को इतनी आसानी से नहीं छोड़ पा रहे हैं। विदेश मंत्री मंगलवार को कोलकाता में अपनी किताब 'Why Bharat Matters' के बांग्ला संस्करण के लॉन्च के बाद बातचीत के दौरान कहा, "वे (पश्चिमी देश) हमें प्रभावित करना चाहते हैं क्योंकि इनमें से कई देशों को लगता है कि उन्होंने पिछले 70-80 वर्षों से इस दुनिया को प्रभावित किया है। पश्चिमी देशों को वास्तव में लगता है कि उन्होंने पिछले 200 वर्षों से दुनिया को प्रभावित किया है। आप किसी ऐसे व्यक्ति से कैसे उम्मीद करते हैं, जो उस स्थिति में है और इतनी आसानी से उन पुरानी आदतों को छोड़ देगा।"
उन्होंने कहा कि पश्चिमी मीडिया चाहता है कि एक निश्चित "वर्ग के लोग" देश पर शासन करें और जब भारतीय मतदाता ऐसा महसूस नहीं करते हैं तो वे "परेशान" महसूस करते हैं। "ये न्यूजपेपर भारत पर इतने नकारात्मक क्यों हैं? क्योंकि वे एक ऐसा भारत देख रहे हैं जो एक तरह से उनकी छवि के अनुरूप नहीं है कि भारत कैसा होना चाहिए। वे लोग, विचारधारा या जीवन जीने का एक तरीका चाहते हैं... वे उस वर्ग को चाहते हैं। इस देश पर शासन करने के लिए लोग हैं, और जब भारत के लोग अन्यथा महसूस करते हैं तो वे परेशान हो जाते हैं।''
बता दें, विदेश मंत्री ने कहा कि कई बार वेस्टर्न मीडिया कई बार खुले तौर पर उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों का समर्थन करता है। एस जयशंकर ने कहा, "कुछ मामलों में पश्चिमी मीडिया ने खुले तौर पर उम्मीदवारों और राजनीतिक दलों का समर्थन किया है, वे अपनी प्राथमिकता नहीं छिपाते हैं। वे बहुत चालाक हैं, कोई 300 वर्षों से इस वर्चस्व का खेल कर रहा है, वे बहुत कुछ सीखते हैं, अनुभवी लोग हैं।''
विदेश मंत्री जयशंकर ने इसे 'दिमाग का खेल' करार देते हुए पश्चिम पर कटाक्ष किया और कहा, "वे आपकी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाएंगे, कोई एक सूचकांक लाएगा और आपको उसमें डाल देगा...जिन देशों को अपने चुनाव के नतीजे तय करने के लिए कोर्ट जाना पड़ता है, वे हमें चुनाव कराने के तरीके के बारे में ज्ञान दे रहे हैं। यह दिमाग का खेल है जो दुनिया में हो रहा है।"
पब्लिश्ड 15 May 2024 at 07:33 IST