अपडेटेड 27 August 2024 at 19:42 IST
कौन हैं किरण चौधरी जो निर्विरोध चुनीं गईं राज्यसभा सांसद, हरियाणा के बड़े राजनीतिक घराने से रिश्ता
किरण चौधरी, जो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं थी, हरियाणा की प्रमुख नेताओं में से एक मानी जाती हैं। जो पूर्व सीएम बंसीलाल की बहू हैं।
- चुनाव न्यूज़
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Kiran Chaudhary: हरियाणा में बीजेपी की राज्यसभा उम्मीदवार किरण चौधरी निर्विरोध सांसद चुन ली गई हैं। मंगलवार को उन्हें रिटर्निंग ऑफिसर साकेत कुमार ने राज्यसभा सीट से निर्विरोध सांसद का प्रमाण पत्र दिया है। हरियाणा की एक राज्यसभा सीट के लिए होने वाले उपचुनाव के वास्ते मंगलवार को तीन बजे नामांकन वापस लेने की समसीमा खत्म हो गई थी, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) की किरण चौधरी को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया।
हरियाणा की पूर्व मंत्री किरण चौधरी ने बुधवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था और रोहतक से एकमात्र उम्मीदवार होने की वजह से उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी भी मौजूद थे।
कुछ हफ्ते पहले ही छोड़ी थी कांग्रेस
इससे पहले किरण चौधरी ने जब नामांकन पत्र दाखिल किया तब जननायक जनता पार्टी (JJP) के चार विधायकों ने भी उन्हें समर्थन देने की घोषणा की थी। हरियाणा की एक राज्यसभा सीट पर हुए उप चुनाव के लिए किसी अन्य दल ने अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था। यह सीट कांग्रेस के दीपेंद्र हुड्डा के रोहतक से लोकसभा सदस्य निर्वाचित होने की वजह से खाली हुई थी। दीपेंद्र हुड्डा का बतौर राज्यसभा सदस्य कार्यकाल 9 अप्रैल 2026 को खत्म होना था।
बीजेपी ने चौधरी (69) को उपचुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया। करीब एक हफ्ते पहले ही चौधरी ने विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने करीब दो महीने पहले ही कांग्रेस छोड़ी थी। चौधरी जून में अपनी बेटी और पूर्व सांसद श्रुति चौधरी के साथ बीजेपी में शामिल हुई थीं। किरण चौधरी हरियाणा विधानसभा में तोशाम सीट का प्रतिनिधित्व कर रही थीं।
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लोकसभा चुनावों में टिकट न मिलने से थी नाराज
किरण चौधरी, जो हाल ही में कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुईं थी, हरियाणा की प्रमुख नेताओं में से एक मानी जाती हैं। वह तीन बार हरियाणा के मुख्यमंत्री रह चुके चौधरी बंसीलाल की बहू हैं। किरण चौधरी के साथ उनकी बेटी श्रुति चौधरी भी राजनीति में सक्रिय हैं। श्रुति 2009 में भिवानी-महेंद्रगढ़ से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुनी गई थीं। 2024 के लोकसभा चुनावों में श्रुति को कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने पर किरण चौधरी नाराज हो गईं, जिसके बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया।
पूर्व सीएम बंसीलाल की बहू हैं किरण चौधरी
किरण चौधरी की शादी पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल के बेटे सुरेंद्र सिंह से हुई थी। पति की मृत्यु के बाद उन्होंने हरियाणा की राजनीति में कदम रखा। किरण चौधरी ने तोशाम विधानसभा सीट से चार बार चुनाव जीते हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र की पांच से छह विधानसभा सीटों पर बंसीलाल परिवार का गहरा प्रभाव है। किरण चौधरी, झज्जर जिले के गोछी गांव की रहने वाली ब्रिगेडियर आत्मा सिंह अहलावत की बेटी हैं। अप्रैल 2021 में कोरोना महामारी के दौरान एक ही दिन में उनके माता-पिता का निधन हो गया था।
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Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 27 August 2024 at 19:14 IST