Published 17:54 IST, August 27th 2024
आतंकी अफजल गुरु का भाई लड़ेगा चुनाव? जम्मू कश्मीर के चुनावी समर में कई अलगाववादी नेता
Jammu Kashmir Election 2024: घाटी में लंबे समय बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में राजनीतिक हालात बदल रहे हैं। अफजल गुरु के भाई एजाज गुरू के चुनाव लड़ने की चर्चा है।
Jammu Kashmir Election 2024: जम्मू-कश्मीर में हर रोज विधानसभा चुनाव दिलचस्प होता जा रहा है। पार्टियों ने जहां प्रत्याशियों का ऐलान कर दिया है, तो वहीं लोगों को रिझाने के लिए पूर्व में किए गए नेताओं के कसमें-वादे भी टूटने लगे हैं। इस बार चुनाव में अलगाववादी नेता और उनके रिश्तेदार भी मैदान में है। चर्चा है कि संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का भाई एजाज गुरु भी विधानसभा चुनाव लड़ सकता है। एजाज गुरु के निर्दलिय चुनाव लड़ने की चर्चा है।
घाटी में लंबे समय बाद हो रहे विधानसभा चुनाव में राजनीतिक हालात बदल रहे हैं। लोकसभा चुनाव में बंपर वोटिंग हुई थी और उमर अब्दुल्ला को अलगाववादी राशिद इंजीनियर के सामने लोकसभा चुनाव में हार मिली थी। राशिद इंजीनियर ने जेल में रहते बारामूला सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ा था। अब अफजल गुरु के भाई एजाज गुरू के चुनाव लड़ने की चर्चा है। इसके अलावा जेल में बंद अलगाववादी नेता सरजन बरकती की बेटी ने अपने पिता का नामांकन भर दिया है और सयार अहमद रेशी ने कुलगाम विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है।
अफजल गुरु का भाई लड़ेगा चुनाव!
जम्मू-कश्मीर में एक दशक बाद विधानसभा चुनाव हो रहे हैं। इन चुनाव में पूर्व आतंकवादी, अलगाववादी नेता और उनके रिश्तेदार मैदान में है। संसद हमले के दोषी अफजल गुरु का भाई एजाज अहमद गुरु भी चुनाव लड़ सकता है। चर्चा है कि एजाज किसी पार्टी के टिकट पर नहीं बल्कि निर्दलीय चुनाव लड़ सकता है। 2001 में संसद भवन पर हुए हमले के दो दिन अफजल गुरु को गिरफ्तार किया गया था और दोषी पाए जाने के बाद 2013 में फांसी दी गई थी।
सरजन बरकती ने भरा नामांकन
एजाज गुरु के बाद जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में सरजन बरकती भी ऐसा ही नाम है। बरकती फिलहाल श्रीनगर जेल में बंद है। इसलिए उनकी बेटी ने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया है। बरकती की बेटी ही चुनावी कैंपेन को संभालेगी। बारामूला के सांसद इंजीनियर राशिद ने भी चुनाव प्रचार अपने अपने बेटों से कराया था। राशिद फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद हैं।
सरजन बरकती को घाटी में लोग आजादी चाचा के नाम से जानते हैं। बरकती पर हिजबुल मुजाहिदीन के कमांडर वुरहान वानी की मौत के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं को भड़काने का आरोप है। वो अगस्त, 2023 से ही जेल में बंद है। इतना ही नहीं, बरकती की पत्नी पर भी टेरर फंडिंग के आरोप हैं।
तीन चरणों में चुनाव
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होने हैं। पहले चरण के तहत 18 सितंबर को मतदान होगा, जबकि दूसरे चरण के तहत 25 सितंबर और तीसरा चरण के तहत एक अक्टूबर को वोट डाले जाएगें। मतों की गिनती चार अक्टूबर को होगी।
Updated 17:54 IST, August 27th 2024