अपडेटेड 15 October 2024 at 17:52 IST
Election Commission PC: पेजर की तरह EVM हैक करके किया सकता है 'खेला'? CEC राजीव कुमार ने दिया जवाब
पेजर की तरह EVM हैक करके चुनाव में बदला जा सकता है खेल? CEC राजीव कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि विपक्ष के दावे कितने सही हैं।
- चुनाव न्यूज़
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Election Commission PC: चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होगा। वहीं झारखंड में 13 और 20 नवंबर को चुनाव होगा। दोनों राज्यों में वोटिंग का रिजल्ट 23 नवंबर को घोषित किया जाएगा। हाल ही में जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुआ। जम्मू-कश्मीर में नेशनल कांन्फ्रेंस ने बीजेपी को शिकस्त दे दी। वहीं हरियाणा में भाजपा की हार हुई। हरियाणा में अपनी हार के बाद विपक्ष ने एक बार फिर से ईवीएम में हेराफेरी का गुणगान शुरू कर दिया। इसे लेकर जब मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार से सवाल किया गया, तो उन्होंने तगड़ा जवाब दिया।
CEC राजीव कुमार ने कहा, "एग्जिट पोल के आने की वजह से ये बहुत बड़ा सवाल है, आप सबलोग यहां है। ये आत्ममंथन का भी विषय है। पिछले कुछ चुनावों से दो-तीन चीजें एक साथ हो रही है। पहले एक एग्जिट पोल आता है, जिसे हम गवर्न नहीं करते हैं, लेकिन एक आत्मचिंतन की जरूरत है, कि उसका सेंपल साइज क्या था, उसका सर्वे क्या था। रिजल्ट कैसे आया। अगर मैं उस रिजल्ट से मैच नहीं किया तो....।"
उन्होंने आगे कहा, "पोलिंग खत्म होने के लगभग तीसरे दिन काउंटिंग होती है। आज शाम को 6 बजे से एक उम्मीद बंधनी शुरू हुई। सबने सोचा कि ये होने वाला है, जिसका कोई आधार नहीं है। जब काउंटिंग शुरू होता है, तो 8 बजकर 5 मिनट और 10 मिनट से रिजल्ट आनी शुरू हो जाती है...ये बेकार है। आप बताइए, मेरी पहली काउंटिंग 8 बजे शुरू होती है, और हमारे पास प्रमाण है इस बार कि 8 बजकर 5 या 10 मिनट से आने लगा कि इतने की लीड है।"
एग्जिट पोल जस्टिफाई करने के लिए शुरू में आते ट्रेंड्स?
CEC ने कहा, "ऐसा तो नहीं है कि एग्जिट पोल को जस्टिफाई करने के लिए शुरू में ट्रेंड्स आने लगे। कि हमने तो ऐसा कहा था वैसे ही ट्रेंड आने लगे। फिर अचानक से पहला रिजल्ट एक राउंड का हम 9 बजकर 30 मिनट पर अपनी वेबसाइट पर डालते हैं। फिर दूसरे राउंड का 11 बजकर 30 मिनट पर।"
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पेजर और EVM हैक वाले सवाल पर CEC का जवाब
पेजर और EVM हैक वाले सवाल पर राजीव कुमार ने कहा, "लोग पूछते हैं कि किसी देश में पेजर से उड़ा दिया तो EVM हैक कैसे नहीं हो सकता? पेजर कनेक्टेड होता है। ईवीएम कनेक्टेड नहीं होता है। 6 महीने पहले ईवीएम की फर्स्ट लेवल चेकिंग होती है। मेरे पास रिकॉर्ड है। हमारे पास टोटल 20 शिकायतें ईवीएम की आई हैं। जो भी शिकायतें हमारे पास आई हैं, हम हर एक का जवाब देंगे। हम एक-एक उम्मीदवार को जवाब देंगे। ये हमारा फर्ज है। इन जवाबों को पब्लिश भी किया जाएगा। फर्स्ट लेवल चेकिंग से लेकर ईवीएम को पोलिंग स्टेशन तक ले जाने तक राजनीतिक दल के लोग भी हमारे साथ मौजूद रहते हैं। जब मशीन में कमीशनिंग होती है, उस दिन उसमें बैट्री डाली जाती है।"
उन्होंने कहा कि वोटिंग से करीब 5-6 दिन पहले कमीशनिंग होती है। उस दिन मशीन में सिंबल पड़ते हैं और नई बैट्री डाली जाती है। और बैट्री सील करके उसपर भी उम्मीदवारों के हस्ताक्षर लिए जाते हैं। कमीशनिंग के बाद उनके सामने स्ट्रॉग रूम में जाएगी और तीन लेयर की सेक्योरिटी होगी। जब वो पोलिंग के डिस्ट्रीब्यूशन के दौरान भी साथ में रहेंगे और मशीनों का नंबर भी शेयर किया जाएगा। काउंटिंग के समय फिर से निकाला जाता है और बैरिकेडिंग के बीच से जाते हैं।
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Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 15 October 2024 at 17:52 IST