अपडेटेड 30 December 2024 at 17:20 IST

दिल्ली में मौलाना-इमामों को 2013 से सैलरी, पुजारी और ग्रंथी 2024 में आए याद; अरविंद केजरीवाल की घोषणा पर राजधानी में बवाल

भारतीय जनता पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि दिल्ली की सरकार 2013 से मौलवी और इमामों को सैलरी दे रही है और 58 करोड़ रुपये अब तक दे चुके हैं।

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Delhi BJP Chief Virendra Sachdeva Attack on Arvind Kejriwal
Delhi BJP Chief Virendra Sachdeva Attack on Arvind Kejriwal | Image: PTI

Delhi Assembly Elections: दिल्ली में अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर मौलाना और इमाम अपनी सैलरी मांग रहे हैं। दिल्ली में सालों से AAP की सरकार मौलवियों और इमामों को सैलरी बांटती आ रही है। हालांकि आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को पुजारी और ग्रंथी याद आए हैं। केजरीवाल ने चुनावी घोषणा की है कि दिल्ली में फिर से सरकार बनने पर पुजारी और ग्रंथियों को 18000 रुपये महीने दिए जाएंगे। हालांकि बीजेपी कह रही है कि अब जब चुनाव सर पर आ गए तो इनको लगा सिर्फ इमाम और मौलवी से काम नहीं चलेगा तो इन्हें राम याद आने लगे हैं और ये घोषणा अब कर रहे हैं।

भारतीय जनता पार्टी के नेता दावा कर रहे हैं कि दिल्ली की सरकार 2013 से मौलवी और इमामों को सैलरी दे रही है और 58 करोड़ रुपये अब तक दे चुके हैं। केजरीवाल की घोषणा को लेकर बीजेपी ये भी कह रही है कि मंदिर के पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन मिले. इसके लिए पार्टी ने कई बार प्रोटेस्ट किया और ये संघर्ष कई सालों से चल रहा है।

वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल पर जमकर घेरा

दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं- 'पिछले कई सालों से BJP लगातार दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार का मंदिर के पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन देने की मांग को लेकर घेराव कर रही थी। मंदिर के पुजारी और संतों ने भी घेराव किया, लेकिन अरविंद केजरीवाल ने एक नहीं सुनी। इस मामले को लेकर बीजेपी कोर्ट में लेकर गई। हमने 2022 और 2024 में हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की थी, जिसमें एक विषय रखा कि क्या कारण है कि दिल्ली की सरकार 2013 से मौलवियों और इमामों को वेतन दे रही है लेकिन पंडित, पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन क्यों नहीं दे रहे हैं? और उस कोर्ट की अगली सुनवाई 21 तारीख है। अब जब उनको लग रहा है कि कोर्ट में जवाब देना पड़ेगा और चुनाव सिर पर है, खाली मौलवियों और इमामों से गुजारा नहीं चलेगा तो अब इन्होंने भगवान राम नाम का सहारा लेने लगे इसलिए आज उन्होंने ये घोषणा की है।'

अरविंद केजरीवाल ने अपनी घोषणा में क्या कहा?

AAP के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना का ऐलान किया है, जिसमें 18 हजार रुपये मंदिरों के पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को दिए जाएंगे। केजरीवाल ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में आगामी चुनावों में AAP की सरकार बनने के बाद ये योजना लागू की जाएगी। केजरीवाल ने बताया कि 'पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना' के लिए भी रजिस्ट्रेशन किए जाएंगे और वो खुद हनुमान मंदिर जाकर इस अभियान की शुरुआत करेंगे।

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 30 December 2024 at 17:20 IST