Updated April 24th, 2024 at 14:28 IST

सैम पित्रोदा ने छेड़ा 'विरासत टैक्स' राग तो छिड़ी जंग... BJP बोली- कांग्रेस की गिद्ध दृष्टि सोने पर

सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी कहते हैं कि जिनको भारत की विरासत से नफरत है, वो भारतीयों की विरासत पर गिद्ध दृष्टि डालकर बैठे हैं।

Reported by: Digital Desk
Edited by: Dalchand Kumar
बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा | Image:Facebook
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Inheritance Tax Row: सैम पित्रोदा की 'विरासत कर कानून' वाली टिप्पणी एक बड़े विवाद में बदल चुकी है। इस टिप्पणी ने लोकसभा चुनावों के बीच कांग्रेस को बैकफुट पर धकेल दिया है। बीजेपी के बड़े से बड़े नेताओं ने सैम पित्रोदा के बयानों को हाथों हाथ ले लिया है और जमकर कांग्रेस पर बरस रहे हैं। इसी क्रम में बीजेपी के प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी कह रहे हैं कि ये विदेशी मानसिकता से प्रेरित हैं। जिनको भारत की विरासत से नफरत है, वो भारतीयों की विरासत पर गिद्ध दृष्टि डालकर बैठे हैं।

सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था का सबसे बड़ा आधार सेविंग बेस्ड इकॉनोमी है। दुनिया के बड़े-बड़े थिंक टैंक्स ने कहा कि भारत में परिवार और जो  जनरेशनल मोटिवेशन है, वो सेविंग को प्रेरित करती है। मतलब आप अपने बच्चों को उनके बच्चों के लिए विरासत में क्या धन संपत्ति छोड़ेंगे, वो प्रेरित करती है। भारत का मूल मंत्र है कि एक पीढ़ी मेहनत करके कमाती है, उसकी बाद दूसरी पीढ़ी उससे कुछ बनाती है और तब जाकर तीसरी पीढ़ी सुख पाती है, कांग्रेस इस सुख को छीनना चाहती है।

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'कांग्रेस विदेश की कौन सी शक्तियां आपकी प्रेरित'

बीजेपी प्रवक्ता का कहना है, 'इनके (कांग्रेस) मेनिफेस्टो में विदेशों की तस्वीरें थीं, जिनका खंडन ये लोग नहीं कर पाए थे। अमेरिका की बफेलो रिवर की गंदगी की तस्वीरें दिखाकर भारत के पर्यावरण के बारे में बात की थी। अब ये साफ हो गया है कि ये फोटो किसी गलती के तहत नहीं थी, इनके दिमाग में विदेश की बातें अंकित हैं। बताएं विदेश की कौन सी शक्तियां आपकी प्रेरित कर रही हैं। आप जो उदाहरण देना चाहते हैं, उसमें 45 प्रतिशत तक टैक्स लगता है।'

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सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि 'डॉलर की हार्ड करेंसी के रूप में भविष्य अनिश्चित हो रहा है। विश्व भविष्य में हार्ड करेंसी के रूप में गोल्ड की तरफ आगे बढ़ रहा है। भारत में गोल्ड सबसे ज्यादा खरीदा जाता है, जो हर साल लगभग 700 टन है। क्योंकि हर व्यक्ति सोना खरीदता है। हर गरीब व्यक्ति ये कहता है कि मेरे पास दो-चार तोला सोना है, वो होना चाहिए। क्या आप उस बचत के ऊपर 45 प्रतिशत टैक्स लगाना चाहते हैं। भविष्य में विश्व में हार्ड करेंसी हो सकता है, जिसका सबसे बड़ा बेस भारत के अंदर हो सकता है, उस भारत के बेस को ध्वस्त करने के किसी राजनीति षड्यंत्र का हिस्सा तो नहीं है, ये मैं पूछना चाहता हूं।'

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'कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी-जिंदगी के बाद भी'

बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- 'कांग्रेस की लूट, जिंदगी के साथ भी और जिंदगी के बाद भी।' उन्होंने कहा कि हमारे यहां सोना कोई एसिड नहीं है, ये फॉरेन माइंडसेट से बाहर आइए। सुधांशु ने कहा कि 'हमारे यहां परंपरा है कि कोई भी हिंदू सनातनी पूजा करता है तो उसमें स्वर्ण रखा जाता है। शादी होता है तो कोई भी गरीब से गरीब आदमी हाथ में सोना देता है। यहां तक कि जब लगता है कि प्राण छूटने वाले हैं तो कहा जाता है कि घर में सोने का कोई टुकड़ा हो तो उसके मुंह में रख दी दीजिए।'

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उन्होंने कहा कि ये लोग किस प्रकार की चीजों के लिए किस भावना से प्रेरित हैं, ये साफ हो गया है। ये विदेशी मानसिकता से प्रेरित हैं। जिनको भारत की विरासत से नफरत है, वो भारतीयों की विरासत पर गिद्ध दृष्टि डालकर बैठे हैं। मगर अपनी पार्टी की विरासत अपने परिवार के बाहर नहीं जानी चाहिए। ये सारे वो दल हैं, मेरी पार्टी तो पीढ़ी-दर पीढ़ी ट्रांसपर करेंगे बिना विरासत टैक्स के, लेकिन जनता से विरासत टैक्स लेंगे।'

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Published April 24th, 2024 at 14:28 IST

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