अपडेटेड 21 June 2025 at 16:35 IST
बिहार में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में सुगबुगाहट तेज हो गई है। चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों का फोकस बिहार में जीत का दांव खेलने पर है। इस बीच बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार निशाना साधा है। दरअसल, सीएम नीतीश कुमार ने बिहार में पेंशन योजना को लेकर बड़ा ऐलान किया। इसे लेकर तेजस्वी यादव ने बिहार सरकार को नकलची बताया। राजद नेता ने 2024 से लेकर 2025 मार्च तक का अपना वीडियो दिखाया।
सीएम नीतीश के ऐलान पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "सीएम अचेत अवस्था में हैं, थके हुए हैं। अब बिहार को आगे ले जाने ते लिए उनकी कोी सोच नहीं रह गई है। बिहार को कैसे आगे ले जाएंगे? कैसे अव्वल राज्यों में लेकर जाएंगे? जो उनके दो डिप्टी सीएम हैं, उन्हें तेजस्वी या लालू जी को गाली देने से फुर्सत ही नहीं है। एक लाउड माउथ हैं, एक फाउल माउथ हैं। हमारी मांग लगातार रही है। हमने वबिहारवासियों को नए साल पर एक चिट्ठी भी लिखी थी। बिहार में कई जगह कैंपेन करके अपनी योजनाओं का प्रचार किया। हमने सरकार से मांग की थी कि बजट जो आने वाला है, उसमें माई-बहन योजनाया वृद्धा पेंशन हैं, उसे जोड़ा जाए।"
उन्होंने आगे कहा कि आश्चर्य की बात है कि केवल घोषणा हुई, लेकिन बजट में प्रावधान नहीं है। पेंशन बढ़ाने का बजट में प्रोविजन नहीं है। आपने जो ये बजट बनाया, जब करना था तो उसी में क्यों नहीं किया। ये नकलची बने हुए हैं, हमलोगों की नकल कर रहे हैं। अभी तो सरकार को और घेरेंगे। सरकार को नाक रगड़कर मजबूर किया जाएगा, और इन योजनाओं को लागू करना पड़ेगा। पहले सिलेंडर 500 का मिलता था, अब 1200 का मिल रहा है। तो आप 700 घटाकर फिर से 500 कर दो। क्योंकि यह तेजस्वी का ऐलान है, इसलिए सरकार टेंशन में पेंशन बढ़ा रही है। हमारी घोषणाओं की नकल उन्होंने की है। हम बिहार के लोगों को कहना है कि हमने 1500 रुपए की घोषणा की है, तो वो जरूर देंगे। लेकिन अगर महंगाई बढ़ता रहेगा, तो उस हिसाब से भी हम आगे बढ़ेंगे।
पीएम मोदी बीते दिन बिहार पहुंचे थे। इसे लेकर भड़कते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, "बिहार में चुनाव है, प्रधानमंत्री यहां आते रहेंगे। वो जब बिहार आते हैं, तो लगभग 100 करोड़ रुपए खर्च होते हैं। 5 चुनाव पीएम मोदी बिहार आए। 200 रैली और जनसभा की। एक रैली पर 100 करोड़ खर्च है। यानि कि 20 हजार करोड़ रुपए पीएम के आयोजन का बहाना है, लेकिन प्रयोजन है प्रचार। अगर पीएम मोदी 11 साल में और 20 साल एनडीए की सरकार रही, तो इन्होंने बिहार को क्या दिया? बिहार की सबसे अमीर पार्टी बीजेपी है और सबसे गरीब राज्य बिहार है। ये लोग कुछ दे नहीं रहे हैं, लेकिन गरीब राज्य को चूस रहे हैं। ये बिहार के आम लोगों के पॉकेट से निकल रहा है।"
उन्होंने आगे कहा कि हमने उन्हें पॉकेट मार कहा तो लोगों को बुरा लगा। जनता की पॉकेट मारने वाले को पॉकेटमार ही कहा जाता है, मददगार नहीं। किसके पॉकेट से जा रहा है? भाजपा का कैंपेन शुरू हो गया। उस रैली में बिहार के लोगों का पैसा गया। सबसे अमीर पार्टी सबसे गरीब राज्य के खजाने से आम लोगों के पॉकेट से निकालकर रैली कर रही है।
नीतीश कुमार ने पेंशन को लेकर ऐलान किया है कि 'मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को अब हर महीने 400 रु॰ की जगह 1100 रु॰ पेंशन मिलेगी। सभी लाभार्थियों को जुलाई महीने से पेंशन बढ़ी हुई दर पर मिलेगी। सभी लाभार्थियों के खाते में यह राशि महीने की 10 तारीख को भेजना सुनिश्चित किया जाएगा। इससे 1 करोड़ 9 लाख 69 हजार 255 लाभार्थियों को काफी मदद मिलेगी। वृद्धजन समाज का अनमोल हिस्सा हैं और उनका सम्मानजनक जीवन-यापन सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर प्रयत्नशील रहेगी।'
पब्लिश्ड 21 June 2025 at 16:23 IST