अपडेटेड 28 October 2025 at 09:38 IST
भारतीय वायुसेना को मिलेंगे हवा में ईंधन भरने वाले 6 विमान, 8,000 करोड़ का है सौदा, 'मेक इन इंडिया' की होगी मजबूत भूमिका
फिलहाल भारतीय वायु सेना 6 रूसी मूल के IL-78 मध्य-हवा में ईंधन भरने वाले विमानों के बेड़े का संचालन कर रही है। भारतीय वायु सेना ने पिछले 15 सालों में 6 और उड़ान ईंधन भरने वाले विमान खरीदने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन कई कारणों से ऐसा करने में असफल रही है।
- डिफेंस न्यूज
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भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) अपनी क्षमताओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। वायुसेना 6 मध्यम दूरी के हवाई ईंधन भरने वाले (Mid-Air Refuelling Aircraft) टैंकर विमानों को खरीदने जा रही है। भारतीय वायुसेना इजरायल की प्रमुख सरकारी कंपनी इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (Israel Aerospace Industries) से करीब 8,000 करोड़ रुपये का सौदा कर सकती है, जो एक एकल विक्रेता के रूप में उभरी है।
न्यूज एजेंसी ANI ने रक्षा सूत्रों के हवाले से लिखा कि अगर इजरायली कंपनी IAI को यह डील मिलती है, तो वह छह पुराने और सेकेंड हैंड Boeing 767 कमर्शियल विमानों को मॉडिफाई कर उन्हें टैंकर विमान में बदल देगी और फिर उन्हें भारतीय वायु सेना को दिया जाएगा। यह सौदा वायुसेना की लंबी दूरी की उड़ानों और युद्ध अभियानों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
'मेक इन इंडिया' को मिलेगा बढ़ावा
वर्तमान में IAF के पास सीमित संख्या में ऐसे टैंकर विमान हैं, जो लड़ाकू विमानों को हवा में ईंधन भरने की सुविधा देते हैं। नए टैंकरों से वायुसेना की रणनीतिक पहुंच बढ़ेगी, खासकर हिंद महासागर क्षेत्र और सीमा पर तैनाती के दौरान। IAF को मिलने वाले ये विमान ईंधन स्टोरेज सिस्टम, रिफ्यूलिंग प्रोब्स और आधुनिक एवियोनिक्स से लैस होंगे। कंपनी ने प्रस्ताव में भारत में ही संशोधन कार्य का हिस्सा शामिल करने का आश्वासन दिया है, जिससे 'मेक इन इंडिया' पहल को बढ़ावा मिलेगा।
इस सौदे पर कुल 8,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें 30 प्रतिशत तक स्वदेशी सामग्री का इस्तेमाल होगा। कुछ साल पहले शुरू की इस डील में रूसी और यूरोपीय कम्पनियों ने भी भाग लिया था, लेकिन IAI ही इस दौड़ में बची, क्योंकि अन्य कम्पनियां आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर रही थीं।
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15 साल से चल रही कोशिश
फिलहाल भारतीय वायु सेना 6 रूसी मूल के IL-78 मध्य-हवा में ईंधन भरने वाले विमानों के बेड़े का संचालन कर रही है, जो आगरा में स्थित हैं। ये विमान भारतीय वायु सेना और नौसेना के सभी प्रकार के लड़ाकू विमान संचालन को मदद करते हैं। भारतीय वायु सेना ने पिछले 15 सालों में 6 और उड़ान ईंधन भरने वाले विमान खरीदने के लिए कई प्रयास किए हैं, लेकिन कई कारणों से ऐसा करने में असफल रही है। हाल ही में एक टैंकर विमान को लीज पर लिया है, लेकिन अपनी बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए उसे अधिक विमानों की जरूरत है।
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Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 28 October 2025 at 08:43 IST