अपडेटेड 18 June 2024 at 13:04 IST

फॉर्म 16 क्या है… ITR भरने में कैसे होता यूज; फॉर्म डाउनलोड करने से रिटर्न भरने तक जानें सब कुछ

Form 16 एक ऐसा डॉक्यूमेंट है जिसमें आयकर रिटर्न (ITR) जमा करने के लिए सभी जानकारियां होती है। जून महीने में 15 तारीख तक यह फॉर्म कर्मचारियों को देना होता है।

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Form 16
Form 16 | Image: Shutterstock

Form 16 : सटीक आयकर रिटर्न (ITR) दाखिल करने में फॉर्म 16 सबसे जरूरी भूमिका निभाता है। यह फॉर्म नियोक्ता जारी किया जाता है, इसमें बताया जाता है कि उसने कितना कर यानी (TDS) काटा है। दरअसल Form 16 एक ऐसा डॉक्यूमेंट है जिसमें आयकर रिटर्न (ITR) जमा करने के लिए सभी जानकारियां होती है। बता दें ऑफिस में कर्मचारी के लिए हर फाइनेंशियल ईयर के पूरा होने के बाद अपने कर्मचारियों को यह फॉर्म जारी करना अनिवार्य है। क्योंकि जून महीने में 15 तारीख तक यह फॉर्म कर्मचारियों को देना होता है।

आयकर नियमों के मुताबिक बात कि जाए तो, नियम 31 के अनुसार नियोक्ताओं के लिए नए वित्त वर्ष के जून महीने में 15 तारीख तक पिछले वित्त वर्ष का फॉर्म 16 जारी करना जरूरी कर दिया गया है। इसका मतलब है कि वित्त वर्ष 2023-24 का फॉर्म 16 कर्मचारियों को अब तक मिल जाना चाहिए। फॉर्म 16 (Form 16) में वेतन से हुई आय, कर योग्य आय में कटौती और आयकर छूट का ब्योरा दिया जाता है।

फॉर्म 16 क्या है?

फॉर्म 16 को 'टैक्स डिडक्शन ऐट सोर्स' (TDS) सर्टिफिकेट भी कहा जाता है। यह प्रमाणपत्र साबित करता है कि आपके नियोक्ता ने आपकी सैलरी से टैक्स काटा है और उसे सरकार के पास जमा किया है।

TRACES से फॉर्म 16 ऐसे डाउनलोड करें

  • सबसे पहले फॉर्म 16 डाउनलोड करने के लिए वेतनभोगी व्यक्ति TRACES वेबसाइट पर जाएं 
  • अपने लॉगिन आईडी और पासवर्ड से पोर्टल पर लॉग इन करें।
  • डाउनलोड टैब पर जाएं, जहां आपको फॉर्म 16A मिलेगा ।
  • एक बार फॉर्म खोल लेने के बाद, आप उसमें सभी जानकारी दें।  

फॉर्म 16 के दो मुख्य पार्ट होते हैं

पार्ट A:

नियोक्ता और कर्मचारी का विवरण: इसमें नियोक्ता और कर्मचारी का नाम, पता, पैन नंबर, TAN नंबर (नियोक्ता का टैक्स अकाउंट नंबर)सब  शामिल होते हैं।

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वेतन भुगतान और TDS का विवरण: इस हिस्से में सैलरी से काटे गए टैक्स का विवरण होता है और यह भी दिखाया जाता है कि टैक्स किस महीने में जमा किया गया है।

पार्ट B:

वेतन का विवरण: इसमें आपकी सैलरी, विभिन्न भत्तों (जैसे हाउस रेंट अलाउंस, ट्रैवल अलाउंस) और अन्य आय का विस्तृत विवरण होता है।

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कटौतियों का विवरण: इसमें उन कटौतियों का उल्लेख होता है जो अलग अलग धारा जैसे धारा 80C, 80D, 80G के तहत आपके टैक्सेबल आय में से घटाई जाती हैं।

टैक्सेबल आय में यह हिस्सा आपकी कुल टैक्सेबल आय और उस पर लागू टैक्स को दिखाता है। 

फॉर्म 16 का इस्तेमाल कहां होता है ? 

फॉर्म 16 का इस्तेमाल आयकर रिटर्न (ITR) भरते समय किया जाता है। इसमें दी गई जानकारी को ध्यान में रखते हुए आप अपने आय और कर की सही जानकारी भर सकते हैं।

आयकर विवरण भरना: इसमें दी गई जानकारी से आप अपने ITR फॉर्म में सही आय और टैक्स की जानकारी भर सकते हैं।

टीडीएस की पुष्टि करना: आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि आपका नियोक्ता द्वारा काटा गया टैक्स सही तरीके से सरकार को जमा किया गया है।

टैक्स रिफंड क्लेम करना: अगर आपके ऊपर टैक्स ज्यादा कट गया है, तो इस फॉर्म की मदद से आप टैक्स रिफंड का दावा कर सकते हैं।

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दस्तावेज सुरक्षित रखें

फॉर्म 16 और आयकर से जुड़े दूसरे दस्तावेज अपने पास संभाल कर रखें ताकि भविष्य में आयकर विभाग कुछ पूछे तो आप उसे प्रमाण दे सकें। अगर कर के तौर पर एक पाई भी नहीं काटी जाती है तो फॉर्म 16 जारी होना जरूरी नहीं होता। साथ ही किसी कर्मचारी की दरख्वास्त पर फॉर्म 16 का दूसरा भाग जारी किया जा सकता है ताकि उन्हें रिटर्न दाखिल करने में सहूलियत हो।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 18 June 2024 at 08:52 IST